मकान खरीदें या फ्लैट, क्या है बढ़िया विकल्प?

शहरों में मकान के बजाए फ्लैट लेना बेहतर क्यों?

मकान खरीदें या फ्लैट, क्या है बढ़िया विकल्प?

देश के बड़े शहरों में अपार्टमेंट का कल्चर तेजी से बढ़ रहा है. इसके बावजूद कई लोग प्लॉट लेकर घर बनवाना या फिर बना बनाया मकान खरीदना पसंद करते हैं. अगर आप भी ऐसा ही करने की सोच रहे हैं तो आपको तमाम चीजों जैसे कीमत, लोकेशन, सुख-सुविधाओं और कमाई पर ध्यान देना चाहिए. आज हम आपको बताते हैं कि फ्लैट या मकान में क्या लेना फायदे का सौदा रहेगा.

कैसे मिलेगा सस्ता आशियाना?
प्लॉट पर मकान बनाने की तुलना में फ्लैट हमेशा सस्ता पड़ता है. आमतौर पर शहरों में प्रॉपर्टी की कीमतें काफी ज्यादा हैं. ऐसे में अच्छे इलाके में ठीकठाक घर एक से डेढ़ करोड़ रुपए का पड़ेगा. इसी वजह से मेट्रो और टियर-2 शहरों में लोग फ्लैट खरीदना पसंद करते हैं क्योंकि ये उनके बजट में आ जाता है.

मकान के मुकाबले फ्लैट में सुविधाएं ज्यादा
फ्लैट या मकान खरीदते वक्त उन सुविधाओं पर गौर करें जो आपको चाहिए. फ्लैट में सिक्योरिटी, पार्किंग, पावर बैकअप, फायर सेफ्टी, स्वीमिंग पूल जैसी कई आधुनिक सुविधाएं मिलती हैं. वहीं, मकान में इनका इंतजाम आपको खुद से करना पड़ता है. कई ऐसे प्रोजेक्ट हैं जिनमें फ्लैट और प्लॉट दोनों मिलते हैं. यहां प्लॉट लेकर आप इन सुविधाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं.

अंदरुनी और बाहरी हिस्सों में बदलाव की आजादी
मकान खरीदने का एक फायदा यह है कि आप अपनी मर्जी से अंदरुनी या बाहरी हिस्से को डिजाइन करवा सकते हैं. जबकि फ्लैट में ऐसा नहीं है. आमतौर पर फ्लैट में बाहरी कंस्ट्रक्शन में बदलाव की इजाजत नहीं होती है. वहीं, इंटीरियर में बदलाव के लिए परमिशन लेनी पड़ती है.

लोन मिलना कहां आसान?
मकान के मुकाबले फ्लैट खरीदने के लिए होम लोन मिलना आसान है. कई बैंक आवासीय परियोजनाओं के लिए प्री-अप्रूव लोन देते हैं. मकान के लिए लोन लेने की प्रक्रिया थोड़ी जटिल है. प्रॉपर्टी के दस्तावेजों की कड़ी छानबीन और कर्ज लेने वाली क्रेडिट हिस्ट्री खंगाली जाती है. बैंक प्लॉट की वैल्यू का 70 फीसदी ही कर्ज देते हैं. बची रकम का इंतजाम खुद करना होता है. जबकि फ्लैट के मामले में बैंक 90 फीसदी तक फाइनेंस करते हैं.

मेंटेनेंस कॉस्ट
मेंटेनेंस कॉस्ट के मोर्चे पर मकान में थोड़ी राहत मिलती है. फ्लैट में सिक्योरिटी, लिफ्ट और साफ-सफाई जैसी चीजों के लिए आपको हर महीने मेंटनेंस चार्ज देना होता है. जबकि मकान का मेंटेनेंस अपने हिसाब से करवाया जा सकता है. यह फ्लैट के मुकाबले थोड़ा कम ही पड़ता है.

रिटर्न के लिहाज से कौन बेहतर?
रिटर्न के लिहाज से मकान खरीदना फायदे का सौदा हो सकता है. मकान जैसे-जैसे पुराना होता है उसके कंस्ट्रक्शन में आई कॉस्ट की वैल्यू तो घटती जाती है, लेकिन प्रॉपर्टी की वैल्यू बढ़ती है. वहीं, फ्लैट के मामले में अगर लोकेशन बहुत अच्छी है तब तो वैल्यू बढ़ती रहेगी वरना एक समय पर कीमतें थम जाती हैं. मकान का एक फायदा यह भी है इस पर कई फ्लोर बनाकर उन्‍हें किराए पर उठाया जा सकता है.

सस्ता होने की वजह से फ्लैट बेचना आसान
दूसरी संपत्तियों के मुकाबले प्रॉपर्टी को बेचने में ज्यादा वक्त लगता है. जहां तक बात मकान और फ्लैट की है तो ज्यादा कीमत होने की वजह से मकान को बेचने में अधिक समय लग सकता है. सस्ते होने की वजह से शहरों में फ्लैट की डिमांड ज्यादा है. ऐसे में मकान के मुकाबले फ्लैट को बेचना थोड़ा आसान है. हालांकि, छोटे शहरों में जहां लोग मकान पसंद करते हैं वहां फ्लैट बेचना थोड़ा मुश्किल होता है.

मैपल ग्रुप ऑफ कंपनी के डायरेक्टर क्रुणाल दायमा बताते हैं कि फ्लैट और मकान दोनों के अपने फायदे हैं. अगर आप ऐसी जगह रहते हैं, जहां जमीन सस्ती है जैसे टियर-3 शहरों या गांवों के आसपास तो मकान खरीद सकते हैं. वहीं, मेट्रो, टियर-1 या टियर-2 सिटी में फ्लैट देखना चाहिए क्योंकि यह सस्ता पड़ेगा.

Published - June 8, 2023, 07:58 IST