बड़े फ्लैटों की मांग बढ़ी, दिल्ली-एनसीआर सबसे आगे

एनरॉक की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जनवरी-मार्च में सात प्रमुख शहरों में फ्लैटों के आकार में बढ़ोतरी देखी गई है

  • Updated Date - June 12, 2023, 01:25 IST
बड़े फ्लैटों की मांग बढ़ी, दिल्ली-एनसीआर सबसे आगे

pic: freepik

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लोगों के बदलते लाइफस्‍टाइल और जरूरतों के चलते उनके रहने का तरीका भी बदल रहा है. यही वजह है कि बड़े फ्लैटों की मांग तेजी से बढ़ रही है. बिल्‍डर्स भी ग्राहकों की डिमांड को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं. खास बात यह है कि देश के प्रमुख सात शहरों में फ्लैटों के औसत आकार में सालाना पांच प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई है. प्रॉपर्टी कंसल्‍टेंट फर्म एनरॉक की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल जनवरी-मार्च में सात प्रमुख शहरों में फ्लैटों का औसत आकार बढ़कर 1,225 वर्ग फुट हो गया, जो एक साल पहले 1,170 वर्ग फुट था. शीर्ष सात शहरों में दिल्ली-एनसीआर में पिछले पांच वर्षों में औसत फ्लैट आकार में सबसे ज्‍यादा वृद्धि देखी गई है. साल 2018 में पहले जहां ये 1,250 वर्ग फुट था जो अब बढ़कर 1,700 वर्ग फुट हो गया है.

रिपोर्ट के मुताबिक रियल एस्टेट डेवलपर उपभोक्ताओं की मांग को पूरा करने के लिए बड़े अपार्टमेंट का निर्माण कर रहे हैं. दिल्ली-एनसीआर में फ्लैट का औसत आकार 2023 की पहली तिमाही में 50 प्रतिशत बढ़कर 1,700 वर्ग फुट हो गया, जो पिछले साल जनवरी-मार्च में 1,130 वर्ग फुट था. यही वजह है कि डेवल्‍पर्स दिल्ली-एनसीआर में लगातार बड़े घर लॉन्च कर रहे हैं.

इन शहरों में दिखी तेजी
एनरॉक की रिपोर्ट के मुताबिक कोलकाता में फ्लैट का आकार 2023 की पहली तिमाही में 44 प्रतिशत बढ़कर 1,150 वर्ग फुट हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 800 वर्ग फुट था. जबकि हैदराबाद में औसत फ्लैट का आकार जनवरी-मार्च में 29 प्रतिशत बढ़कर 2,200 वर्ग फुट हो गया, यह 2022 की पहली तिमाही में 1,700 वर्ग फुट था. इसके अलावा पुणे में यह आंकड़ा 877 वर्ग फुट से बढ़कर 1,013 वर्ग फुट हो गया है. इसी तरह बेंगलुरु में फ्लैटों के आकार में आठ प्रतिशत की वृद्धि देखी कई है.

इन जगहों में घटे फ्लैट के साइज
दिल्‍ली-एनसीआर समेत कई शहरों में जहां फ्लैटों के आकार में बढ़ोतरी हुई है, वहीं चेन्नई में फ्लैटों का आकार घटा है. 2023 की पहली तिमाही में ये 6 प्रतिशत घटकर 1,175 वर्ग फुट हो गया, जो एक साल पहले की अवधि में 1,250 वर्ग फुट था. मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (MMR) में भी इस साल जनवरी-मार्च में औसत फ्लैट आकार 5 प्रतिशत घटकर 743 वर्ग फुट हो गया, जो 2022 की पहली तिमाही में 783 वर्ग फुट था.

कोविड के बाद खरीदारों का बदला मिजाज
एनारॉक के चेयरमैन अनुज पुरी का कहना है, “कोविड-19 से पहले तक कॉम्पैक्ट घरों की मांग थी. उनकी जरूरतों को पूरा करने के लिए अपार्टमेंट का आकार सालाना घट रहा था. लोग भी कम रखरखाव के चलते ऐसे घरों में रहना पसंद कर रहे थे, लेकिन कोविड के बाद साल 2020 से खरीदारों की प्राथमिकताओं में अचानक उलटफेर देखा गया.” उन्होंने कहा कि वर्क फ्रॉम होम और घर से पढ़ाई आदि के चलते चार साल में पहली बार बड़े फ्लैटों की मांग बढ़ रही है.

Published - June 12, 2023, 01:25 IST