Real Estate Investment: कोरोना संकट के बीच अब प्रॉपर्टी में निवेश का रुझान बढ़ रहा है और ऐसे में मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन, बंगलुरू और पुणे टॉप शहर बनकर उभरे हैं. ये तीनों शहर ना सिर्फ घर खरीदने के लिए बल्कि इन्वेस्टमेंट के तौर पर भी टॉप पर हैं. डाटा के मुताबिक ये तीनों शहर साल 2020 में सबसे ज्यादा एक्टिव शहर रहे हैं. टॉप 7 शहरों में हुई कुल 1.38 लाख यूनिट घरों की बिक्री का 67 फीसदी इन्हीं तीन इलाकों से रहा. वहीं 1.28 लाख यूनिट के कुल लॉन्च का 60 फीसदी इन तीन शहरों से था. प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी एनारॉक (ANAROCK) ने एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी है.
एनारॉक के मुताबिक देश के सबसे महंगे रियल एस्टेट मार्केट मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन में कीमतें ‘बॉटम आउट’ हो गई हैं जिससे निवेशक और घर खरीदार (Home Buyers) दोनों ने इस ओर रुख किया है. वहीं बंगलुरू और पुणे में IT/ITeS सेक्टर पर केंद्रित होने की वजह से बेहतर रहे हैं. कोविड-19 के बाद IT सेक्टर में उछाल आया है और इसका फायदा बंगलुरू और पुणे को मिल रहा है.
डेवलपर इन्वेंट्री पर अच्छे डिस्काउंट दे रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर होम लोन पर ब्याज दरें भी कई सालों के निचले स्तर पर हैं. इसी के साथ इन राज्यों ने इस वित्त वर्ष के लिए स्टैंप ड्यूटी में भी कटौती की है. इन वजह से ये रियल एस्टेट इन्वेस्टमेंट (Real Estate Investment) के लिए पसंद किए जा रहे हैं.
हाल ही में शहरी आवास मंत्रालय की जारी की ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स में बंगलुरू और पुणे रहने के लिए टॉप दो शहर रहे यानि सबसे बेहतरीन शहर रहे. इससे इन शहरों में प्रॉपर्टी लेने की महत्ता और बढ़ गई है.
कोविड-19 के दौर में भी मुंबई में हाउसिंग बिक्री एक्टिव रही और यहां इन्वेंट्री में 6 फीसदी की कमी आई है.
एनारॉक के रिसर्च हेड प्रशांत ठाकुर के मुताबिक, “शेयर बाजार और फाइनेंशियल सेक्टर में अनिश्चितता के दौर में हाउसिंग को लंबी अवधि के लिए सुरक्षित निवेश माना जा रहा है. शेयर बाजार जहां उच्चतम स्तरों के करीब है वहीं प्रॉपर्टी के भाव निचले स्तरों पर हैं. टॉप शहरों में घरों की अफोर्डेबिलिटी भी बढ़ी है.”
Real Estate Investment: रिपोर्ट के मुताबिक मुंबई में साल 2020 के अंत तक प्रति स्क्वेयर फीट का औसत दाम 10,616 रुपये था. वहीं बंगलुरू में ये सिर्फ 4955 रुपये प्रति स्क्वेयर फीट था जो अन्य टॉप शहरों से कहीं ज्यादा किफायती है.
पुणे में प्रति स्क्वेयर फीट का औसत भाव 5,510 रुपये है जो 2013 के मुकाबले 38 फीसदी ज्यादा है.