घर खरीदने में लोन टू वैल्यू रेशि‍यो क्‍यों है जरूरी, जानें इससे जुड़ी अहम बातें

लोन टू वैल्यू रेशि‍यो (LTV) के जरिए तय होता है कि प्रॉपर्टी की कीमत का कितना फीसदी आपको लोन के रूप में मिलेगा

घर खरीदने में लोन टू वैल्यू रेशि‍यो क्‍यों है जरूरी, जानें इससे जुड़ी अहम बातें

कई लोगों के लिए घर खरीदना दुनिया का सबसे बड़ा सपना होता है. ज्यादातर होम बायर्स होम लोन के जरिए घर खरीदते हैं. मगर इस दौरान लोन के अलावा कुछ दूसरे खर्च भी होते हैं क्‍योंकि
बैंक घर की पूरी कीमत फाइनेंस नहीं करते हैं. इस दौरान आपको कुछ रकम डाउनपेमेंट के तौर पर खुद से देनी होगी. जबकि आरबीआई के नियम लोन टू वैल्यू रेशि‍यो (LTV) के आधार पर आपको बैंक लोन देगा. तो क्‍या होता है एलटीवी, कैसे इसका कैलकुलेशन होता है और लोन लेते समय ये इतना जरूरी क्‍यों हैं इन बातों का जानना बेहद जरूरी है.

क्‍या होता है LTV?

रिजर्व बैंक ने लोन टू वैल्यू रेशि‍यो (LTV) यानी प्रॉपर्टी की कीमत का कितना फीसदी आपको लोन के रूप में मिलेगा ये तय किया है. नियम के तहत अगर प्रॉपर्टी की वैल्यू 30 लाख रुपए और उससे कम है तो आपको प्रॉपर्टी की वैल्यू का 90 फीसदी लोन मिलेगा. वहीं 30 से 75 लाख रुपए के बीच प्रॉपर्टी वैल्यू होने पर 80 फीसदी और प्रॉपर्टी की वैल्यू 75 लाख रुपए से ज्यादा होने पर 75 फीसदी तक होम लोन मिल सकता है. लोन के मामले में LTV रेशि‍यो के अलावा कई और फैक्टर्स जैसे- व्यक्ति की इनकम, रिपेमेंट कैपिसिटी यानी कर्ज चुकाने की क्षमता, उम्र, जॉब स्टेबिलिटी और क्रेडिट स्कोर इत्यादि भी देखा जाता है.

डाउनपेमेंट का करना होगा इंतजाम

घर खरीदने के लिए लोन के अलावा आपके पास डाउन पेमेंट होनी चाहिए. इसका इंतजाम आपको खुद करना होता है. मान लीजिए आप 60 लाख रुपए का घर फाइनल करते हैं तो अधिकतम 80 फीसदी यानी 48 लाख रुपए लोन मिल सकता है, जबकि डाउन पेमेंट के लिए आपको 12 लाख रुपए का इंतजाम खुद करना होगा.

दूसरे खर्चों का भी रखें ख्‍याल

घर लेते समय डाउनपेमेंट और होम लोन के अलावा कुछ दूसरे जरूरी खर्चेा भी होते हैं, जैसे स्टाम्प ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन चार्ज, लीगल फीस आदि. उदाहरण के लिए अगर आप 60 लाख रुपए का मकान खरीदते हैं तो 80 फीसदी यानी 48 लाख तक लोन मिलेगा और 12 लाख डाउन पेमेंट करनी होगी, लेक‍िन इसके अलावा अगर आप दिल्ली में घर खरीद रहे हैं तो महिलाओं के लिए 4 फीसदी जबकि पुरुषों के लिए 6 फीसदी स्टाम्प ड्यूटी है. पुरुष के नाम प्रॉपटी खरीदने पर 6 फीसदी यानी 3,60,000 रुपए स्टाम्प ड्यूटी देनी होगी. साथ ही रजिस्ट्रेशन फीस सेल डीड का 1 फीसदी यानी 60 हजार रुपए भी भरने होंगे. हर राज्य में स्टाम्प ड्यूटी और रजिस्ट्रेशन चार्ज अलग-अलग हो सकते हैं.

ईएमआई के बारे में कर लें जानकारी

होम लोन लेने से पहले ये चेक करना भी जरूरी है कि आप EMI का बोझ उठा भी पाएंगे या नहीं. मौजूदा समय में होम लोन की ब्याज दर 8.45 फीसदी से लेकर 10 फीसदी के बीच चल रही है. घर की कीमत 60 लाख है. इसके लिए 48 लाख रुपए का होम लोन 9 फीसदी के ब्याज पर 25 साल के लिए लेने पर आपकी EMI 40,281 रुपए बनेगी. फाइनेंशियल एक्सपर्ट्स सलाह देते हैं कि किसी व्यक्ति के सभी तरह के लोन की टोटल EMI मिलाकर उसकी टेक होम सैलरी के 30 फीसदी से ज्यादा नहीं होनी चाहिए…कुछ एक्सपर्ट्स सैलरी में EMI का हिस्सा 40 फीसदी तक रखने की सलाह देते हैं.

Published - May 11, 2024, 12:51 IST