देश के सात प्रमुख शहरों में अपार्टमेंट की बिक्री बेहतर मांग के कारण 2023 में 20 फीसद की बढ़ोतरी के साथ 2.6 लाख इकाई पर पहुंचने की संभावना है. रियल एस्टेट परामर्शक कंपनी जेएलएल इंडिया द्वारा जारी एक रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई. यह आंकड़ा 2008 के बाद से सबसे अधिक होगा. सात प्रमुख शहरों- राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर)-दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, हैदराबाद, बेंगलुरु और पुणे में पिछले साल 2,15,621 अपार्टमेंट बेचे गए थे.
जेएलएल इंडिया ने कहा कि 2023 के पहले नौ महीनों में अपार्टमेंट की बिक्री 1,96,227 इकाई रही है, जो बीते वर्ष की समान अवधि में 1,61,575 इकाई थी. इस रिपोर्ट में सिर्फ अपार्टमेंट का आंकड़ा है. मुंबई में मुंबई शहर, मुंबई उपनगर, ठाणे और नवी मुंबई को शामिल किया गया है. कंपनी ने भारी मांग के बीच अगले साल आवासीय बिक्री के ‘2,90,000 से 3,00,000 इकाई के बीच रहने की उम्मीद’ जताई है. जेएलएल के भारत में अनुसंधान प्रमुख और मुख्य अर्थशास्त्री सामंतक दास ने कहा कि आवास ऋण की ब्याज दरों में वृद्धि और बढ़ती कीमतों के बावजूद घरेलू आवास खंड में समग्र धारणा सकारात्मक बनी हुई है और घर खरीदारों का रवैया उत्साहित बना हुआ है.
उन्होंने कहा कि आवासीय बिक्री 2023 में 2,60,000 इकाइयों को पार कर सकती है. वहीं इस दौरान 2,80,000 इकाइयों को पेश किया जा सकता है. इस तरह यह 2008 के बाद ऐतिहासिक उच्चस्तर तक होगा. एचडीएफसी कैपिटल समर्थित रेलॉय के संस्थापक अखिल सर्राफ ने इस रिपोर्ट पर कहा कि हाल के वर्षों में रियल एस्टेट उद्योग में व्यापक परिवर्तन आया है. इसमें नियामकीय और आपूर्तिकर्ताओं-उपभोक्ताओं, दोनों की मानसिकता में बदलाव शामिल है.