देश के प्रमुख सात शहरों में इस साल 5 लाख 58 हज़ार घर उनके मालिकों को मिल सकते हैं. रियल एस्टेट कंसल्टिंग फर्म एनारॉक ने बताया कि 2023 में इन घरों का निर्माण पूरा जाएगा. पिछले कैलेंडर वर्ष में 4.02 लाख घरों का निर्माण होना था. हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह लक्ष्य पूरा हो सका कि नहीं. फिलहाल डेवलपर्स प्रोजेक्ट्स को जल्द से जल्द पूरा करने की दिशा में काम कर रहे हैं क्योंकि देरी की वजह से इन्हें पूरा करने की लागत बढ़ेगी.
एनारॉक के वाइस चेयरमैन संतोष कुमार ने कहा, “निर्धारित पूर्णता रिकॉर्ड के अनुसार, लगभग 5.6 लाख घरों को 2023 में शीर्ष सात शहरों में वितरित किए जाने की संभावना है. यह पिछले वर्ष की तुलना में 39 फ़ीसदी ज्यादा है.”
कहां कितने घर तैयार होंगे?
आंकड़ों के अनुसार दिल्ली-एनसीआर में आवास परियोजनाओं के अधिकतम पूरा होने की उम्मीद है, इसके बाद मुंबई महानगर क्षेत्र (MMR) का स्थान है. दिल्ली-एनसीआर में बिल्डर इस साल 1,70,100 घरों को पूरा कर सकते हैं जबकि मुंबई में 1,31,400 इकाइयां तैयार होने की संभावना है. वहीं पुणे में 98,400, बेंगलुरु में 80,100 इकाइयां, हैदराबाद में 23,800 इकाइयां और कोलकाता में इस साल 36,700 इकाइयां पूरी हो सकती हैं.
महंगा हुआ घर खरीदना
इस साल एक तरफ़ बड़ी संख्या में घर बन कर तैयार हो रहे हैं तो वहीं दूसरी ओर इनकी क़ीमतों में इज़ाफ़ा भी हो रहा है. PropTiger.com की एक रिपोर्ट के अनुसार कैलेंडर ईयर की पहली तिमाही में देश के सभी प्रमुख शहरों में घरों की कीमत में औसतन सात फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. रिपोर्ट के अनुसार बीते एक साल में बेंगलुरु में प्रॉपर्टी की कीमत में औसत 10 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. देश के बाकी शहरों के मुकाबले सबसे ज्यादा इजाफा बेंगलुरू में हुआ है. इसके बाद सबसे ज्यादा इजाफा पुणे में 8 फीसदी और अहमदाबाद में 7 फीसदी का इजाफा हुआ है.