6.5 करोड़ नौकरीपेशा लोगों के लिए अच्छी खबर है. EPFO ने मौजूदा वित्त वर्ष के लिए भी Provident Fund की ब्याज दर में कोई बदलाव नहीं किया है. गुरुवार को श्रीनगर में हुई सेंट्रल बोर्ड ऑफ ट्रस्टी की बैठक में एजेंडे से बाहर इस बात पर फैसला लिया गया. ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं होगा. EPFO बोर्ड मेंबर और भारतीय मजदूर संघ के जनरल सेक्रेटरी विरजेश उपाध्याय ने Money9 को बताया कि EPFO ने वित्त वर्ष 2020-21 के लिए 8.50 फीसदी ब्याज की सिफारिश की है. सरकारी गैजेट में इसे नोटिफाई किया जाएगा. बोर्ड का यह फैसला काबिलेतारीफ है, कोविड-19 के चलते इकोनॉमी में आए स्लोडाउन के बावजूद बोर्ड ने ब्याज दरों में कोई कटौती नहीं की है.
सूत्रों ने Money9 को बताया कि बोर्ड की बैठक में कई विषयों पर चर्चा की गई है. ब्याज दरों के लिए EPFO की फाइनेंशियल एडवाइजरी कमिटी ने समीक्षा रिपोर्ट सौंपी थी, जिसमें EPFO के अलग-अलग सोर्स में निवेश, उस पर रिटर्न और कोविड के असर पर आधारित है. इसी को देखते हुए ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया गया. हालांकि, अभी अंतिम फैसला वित्त मंत्रालय को लेना है. EPFO बोर्ड अब अपनी सिफारिशें वित्त मंत्री को भेजेगा. उसके बाद ही इन्हें नोटिफाई किया जाएगा.
7 साल में सबसे कम ब्याज
EPFO ने मार्च 2020 में वित्त वर्ष 2019-20 के लिए भविष्य निधि जमा पर ब्याज दर घटाकर 8.5 फीसदी कर दिया था. बीते सात साल में यह सबसे कम ब्याज है. इससे पहले 2012-13 में ब्याज दरें 8.5 फीसदी पर थीं. वित्त वर्ष 2018-19 में PF जमा पर सब्सक्राइबर्स को 8.65 फीसदी ब्याज मिला था. EPFO ने सब्सक्राइबर्स को 2016-17 के लिए PF जमा पर 8.65 फीसदी, 2017-18 के लिए 8.55 फीसदी और 2015-16 के लिए 8.8 फीसदी ब्याज दिया था. वहीं, 2013-14 में PF जमा पर 8.75 फीसदी का ब्याज मिलता था, जो वित्त वर्ष 2012-13 के लिए 8.5 फीसदी से ज्यादा था.
पिछले कुछ सालों में EPF ब्याज दर
FY14-15 में EPF पर ब्याज – 8.75%
FY16 में EPF पर ब्याज – 8.80%
FY 17 में EPF पर ब्याज – 8.65%
FY18 में EPF पर ब्याज – 8.55%
FY19 में EPF पर ब्याज – 8.65%
FY20 में EPF पर ब्याज- 8.50%
FY21 में EPF पर ब्याज- 8.50% (सिफारिश)