कुछ साल पहले की ही बात है किसी सरकारी बैंक में सेविंग्स अकाउंट खुलवाना एक जटिल प्रक्रिया होती थी. तब तमाम तरीके के फॉर्म्स भरने पड़ते थे. बैंक में किसी अन्य खाताधारक से फॉर्म पर दस्तखत करवाने पड़ते थे कि वे आपको जानते हैं. इसके साथ ही काफी इंतजार भी करना पड़ता था.
लेकिन, अब ये दौर गुजर चुका है. अब पोस्ट ऑफिस में ऐसी सुविधा मिल रही है कि आप बिना पोस्ट ऑफिस गए ही अपना बचत खाता खुला सकते हैं.
हालांकि, ये थोड़ा सा हैरानी भरा लग सकता है, लेकिन आप बिना किसी की मदद लिए फोन के जरिए ही अपना खाता खोल सकते हैं. बस आपको कुछ बेसिक जानकारियां दर्ज करनी होती हैं. यहां पर हम आपको इसकी पूरी प्रक्रिया समझा रहे हैं.
ये है पूरी प्रक्रिया
पहला, आपको IPPB मोबाइल एप को अपने एंड्रॉयड फोन पर डाउनलोड करना होगा. साथ ही, खाता खुलवा रहे शख्स की उम्र 18 वर्ष से ज्यादा होनी चाहिए.
खाता खुलवाने के लिए अगले कुछ स्टेप्स इस तरह से हैंः
1. आवेदक को एप इंस्टॉल होने के बाद ओपन अकाउंट पर क्लिक करना होगा.
2. पैन और आधार नंबर को आपको इसमें डालना पड़ेगा.
3. इसके बाद आपके मोबाइल पर एक OTP आएगा. इसे दर्ज करना होगा.
4. इसके बाद आपको कुछ निजी जानकारियां डालनी होंगी. इनमें आपकी मां का नाम, शैक्षिक योग्यता, पता और नॉमिनी जैसी सूचनाएं शामिल हैं.
इन सूचनाओं को भरते ही आपका खाता खुल जाएगा और आप इसमें ट्रांजैक्शंस कर सकते हैं.
एक साल के भीतर पोस्ट ऑफिस जाना होगा
फोन पर खाता खोलने के एक साल के भीतर यूजर को अपने आधार और पैन के साथ किसी पोस्ट ऑफिस जाना पड़ता है जहां पर यूजर के बायोमीट्रिक लिए जाते हैं और इसके बाद आपका खाता रेगुलर हो जाता है.
अगर आप एक साल के भीतर ये प्रक्रिया पूरी नहीं कर पाते हैं तो आपका खाता बंद किया जा सकता है.
2018 में लॉन्च हुई थी सुविधा
सेलफोन पर खाता खोलने की सुविधा 2018 में लॉन्च की गई थी.
फाइनेंशियल इनक्लूजन की दिशा में पोस्ट ऑफिस ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. साथ ही 2026 तक देश में स्मार्टफोन यूजर्स की संख्या बढ़कर 100 करोड़ हो जाने की उम्मीद है. ऐसे में पोस्ट ऑफिस वित्तीय समावेश के लिए काफी अहम साबित हो सकते हैं.
पोस्ट ऑफिस पेमेंट्स बैंक में तीन तरह के खाते खोले जा सकते हैं. रेगुलर, डिजिटल और बेसिक. बेसिक अकाउंट से एक महीने में केवल चार दफा ही पैसे निकाले जा सकते हैं. हालांकि, डिजिटल खाते में साल में 2 लाख रुपये के कुल जमा की इजाजत है. इस पर कस्टमर्स को 2.75 फीसदी ब्याज मिलता है.