POSB: डाकघर देश में वित्तीय समावेशन की प्रक्रिया में प्रमुख भूमिका निभाता है. यही कारण है कि पिछले 7 वर्षों में 36.80 करोड़ बचत बैंक (POSB) खाते खोले गए हैं.
जिनमें कुल बकाया राशि 10,78,535 करोड़ रुपये है. इंडिया पोस्ट ने ट्विटर पर ये जानकारी दी.
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— India Post (@IndiaPostOffice) June 18, 2021
डाक विभाग ने देश में ‘परिवर्तनकारी आर्थिक विकास’ में अपनी उपलब्धि और योगदान का प्रदर्शन करते हुए कहा कि जनवरी 2015 से अब तक डाकघरों में 2.04 करोड़ सुकन्या समृद्धि खाते खोले गए हैं.
इन खातों में कुल जमा राशि 63,443.35 करोड़ रुपये है. सुकन्या समृद्धि योजना एक ऐसी योजना है, जिसमें माता-पिता अपनी बालिकाओं की सुरक्षा के लिए निवेश कर सकते हैं. इस पर 7.6% की ब्याज दर के अलावा टैक्स बेनिफिट भी मिलता है.
देश में अधिकांश डाकघरों को कोर बैंकिंग सॉल्यूशन (सीबीएस) प्लेटफॉर्म से आपस में जोड़ा गया है. वर्तमान में 23,471 डाकघर सीबीएस पर काम कर रहे हैं, जहां ग्राहक अपने बैंक खाते तक पहुंच सकते हैं और बुनियादी लेनदेन कर सकते हैं.
अक्टूबर 2019 में इंडिया पोस्ट ने मोबाइल बैंकिंग सेवा शुरू की गई थी. लगभग 1.75 लाख ग्राहक इस सेवा का उपयोग कर रहे हैं. डाक विभाग ने पिछले सात वर्षों में पूरे भारत में 1,000 एटीएम भी स्थापित किए हैं.
पीओएसबी खाते को कोई भी व्यस्क, एकल या संयुक्त रूप से वैलिड केवाईसी दस्तावेजों के साथ खाता खोल सकता है, लेकिन एक व्यक्ति द्वारा एकल खाते के रूप में केवल एक ही खाता खोला जा सकता है.
10 साल से ऊपर का नाबालिग भी अपने नाम से पीओएसबी खाता खोल सकता है. खाता खोलने के लिए न्यूनतम राशि 500 रुपये है.
सभी ग्राहकों को 500 रुपये का न्यूनतम बैलेंस बनाए रखना होगा. इससे कम बैलेंस होने पर निकासी की अनुमति नहीं है.
इंडिया पोस्ट देश भर में 50 करोड़ से अधिक POSB ग्राहकों को सेवा प्रदान करता है. यह संख्या अमेरिका की पूरी आबादी का 1.5 गुना है. POSB खाते में प्रति वर्ष 4.0% की ब्याज दर उपलब्ध है.
डाकघर बचत खाताधारक चेक बुक, एटीएम कार्ड और ई-बैंकिंग/मोबाइल बैंकिंग का लाभ उठा सकते हैं.
वे अटल पेंशन योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना और प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना में भी निवेश कर सकते हैं, जो मामूली निवेश पर सुरक्षा प्रदान करते हैं.
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