मानसून सीजन जैसे-जैसे आगे बढ़ रहा है. बरसात की कमी भी दूर होने लगी है. मौसम विभाग के आंकड़े बताते हैं. कि 6 जुलाई तक देशभर में मानसून सीजन में बरसात की कमी सिर्फ 5 फीसद बची है. अब उन राज्यों में भी बरसात की स्थिति में सुधार हो रहा है. जहां पर पहले बारिश की कमी 50 फीसद से ज्यादा थी. केरल तथा कर्नाटक में अब बारिश की कमी 32 फीसद बची है वहीं तेलंगाना में यह कमी 39 फीसद है. इसी तरह महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, बिहार और झारखंड में भी बरसात की कमी पहले के मुकाबले दूर हुई है. मानसून की स्थिति में सुधार के बावजूद खरीफ फसलों की खेती पिछड़ी हुई है. अबतक हुई खरीफ फसलों की बुआई के आंकड़े देखें. तो कुल रकबा पिछले साल के मुकाबले करीब 34 लाख हेक्टेयर पीछे है. 7 जुलाई तक देशभर में 321 लाख हेक्टेयर में खरीफ की खेती दर्ज की गई है. जबकि पिछले साल इस दौरान 355 लाख हेक्टेयर में फसल लग चुकी थी. खरीफ की सभी प्रमुख फसलों., यानी धान, दलहन, तिलहन और कपास का रकबा पिछले साल के मुकाबले पिछड़ा हुआ है.
सरकारी स्टॉक से खुले बाजार में चावल बेचने के सरकार के प्रयास को ठंडा रिस्पॉन्स मिला है. भारतीय खाद्य निगम ने OMSS योजना के तहत. नीलामी के जरिए खुले बाजार में 3.86 चावल बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की थी. लेकिन सिर्फ 170 टन चावल ही बिक पाया है. चावल की बिक्री को यह ठंडा रिस्पॉन्स ऐसे समय पर मिला है. जब विदेशी बाजार में चावल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं.
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को सरकारी बैंक प्रमुखों से मुलाकात के दौरान. बैंकों से कहा है. कि वे फंसे कर्ज को न छिपाएं और फंसे कर्ज को घोषित करने में पारदर्शिता अपनाए. वित्त मंत्री ने बैंक प्रमुखों से रिस्क मैनेजमेंट को बेहतर करने के लिए भी कहा है. ताकी बैंकों के मुनाफों पर चोट न पहुंचे.
देश में खिलौनों के आयात के लिए जिस तरह के क्वॉलिटी कंट्रोल नियम लागू हैं. उसी तरह के नियम घरों में इस्तेमाल होने इलेक्ट्रिक एप्लायंसेस पर लागू हो सकते हैं. चीन से घटिया क्वॉलिटी के इलेक्ट्रिक उपकरणओं के आयात पर रोक लगाने के लिए इस तरह के कदम पर विचार हो रहा है. जल्द फैसला हो सकता है.
देश की बड़ी कंपनियां नीलामी के जीते हुए कोल ब्लॉक को वापस कर रही हैं. इन कंपनियों में एसेस माइनिंग, अदानी एंटरप्राइजेज और JSW जैसे बड़े नाम शामिल हैं. जिस प्रोजेक्ट को वापस किया गया है उनमें छत्तीसगढ़ के खरगांव और झीगाडोर माइन शामिल हैं.
इनके अलावा अन्य खबरों का विश्लेषण जानने के लिए देखिए ‘मनी सेंट्रल’ का ये एपिसोड…