ऐसे तो न चल पाएंगे पेमेंट बैंक!

स्मॉल फ़ाइनेंस बैंक और यूनिवर्सल बैंक की लाइसेंसिंग गाइडलाइंस में समय समय पर बदलाव होते रहते हैं लेकिन पेमेंट बैंक इंडस्ट्री में ऐसा कुछ नहीं हुआ

ऐसे तो न चल पाएंगे पेमेंट बैंक!

भारत में ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले और असंठित क्षेत्रों में काम करने वाले लोगों को वित्तीय सुविधा उपलब्ध कराने के लिए पेमेंट बैंकों की शुरुआत की गई थी. लेकिन ये मॉडल देश में अब ज्यादा प्रभावी साबित होता नहीं दिख रहा है. इसी के चलते पेमेंट बैंकों ने भारतीय रिज़र्व बैंक का रुख किया है. ये पेमेंट बैंक चाहते हैं कि उन्हें छोटे लोन जारी करने की सुविधा दी जाए. साथ ही इनका ये भी कहना है कि स्मॉल फ़ाइनेंस बैंक और यूनिवर्सल बैंक की लाइसेंसिंग गाइडलाइंस में समय समय पर बदलाव होते रहते हैं लेकिन पेमेंट बैंक इंडस्ट्री में ऐसा कुछ नहीं हुआ कि उनके काम करने के तौर तरीकों में समय और ज़रूरत के हिसाब से बदलाव आ सके.

क्या-क्या सेवाएं?
पेमेंट बैंक बहुत सी सीमाओं के भीतर या प्रतिबंधों के अंदर काम करते हैं. इन बैंकों में लोग 2 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं. 2021 से पहले ये सीमा एक लाख रुपए थी. लेकिन पेमेंट बैंक कर्ज से जुड़ी सेवाएं नहीं दे सकते हैं. खाताधारकों को ये एटीएम या डेबिट कार्ड तो जारी कर सकते हैं लेकिन क्रेडिट कार्ड जारी नहीं कर सकते हैं. अब क्योंकि बैंकों की बड़ी कमाई क़र्ज़ पर मिलने वाले ब्याज से ही होती है इसलिए इनके पास कमाई का कोई स्रोत नहीं है. पेमेंट बैंकों का कहना है कि पेमेंट बैंकों के संचालन में होने वाला खर्च ज्यादा पड़ा रहा है.

RBI की क्या है समस्या?
पूर्व बैंकर केबी सिंह कहते हैं कि RBI नहीं चाहता कि पेमेंट बैंक कर्जदाता के तौर पर उभर कर आएं क्योंकि ये फिर कुछ हद तक स्मॉल फ़ाइनेंस बैंकों की तरह काम करने लगेंगे. दूसरी बात ये है कि पेमेंट बैंकों को कई बड़ी कंपनियां चलाती हैं और ये उनके लिए प्राइम बैंकिग बिज़नेस में पिछले दरवाज़े से घुसने का तरीका बन जाएगा. साथ ही पेमेंट बैंक अगर कर्ज़ देना शुरू करेंगे तो उसकी रिकवरी का प्लान कैसा होगा ये भी साफ़ होना बहुत ज़रूरी है क्योंकि सामान्य बैंकों में क़र्ज़ की एक बड़ी राशि एनपीए हो चुकी है और ये ग्राफ़ लागातार बढ़ रहा है. RBI के लिए ऐसी चुनौती से निपटना आसान नहीं होगा.

बता दें 2015 में RBI मापदंडों पर पूरा करने पर 11 आवेदकों को पेमेंट बैंक खोलने का लाइसेंस दिया था. इनमें से पांच आवेदकों ने अपने लाइसेंस सरेंडर कर दिए हैं और वर्तमान में सिर्फ़ छह पेमेंट बैंक देश में काम कर रहे हैं. इनमें एयरटेल पेमेंट बैंक, इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक, फिनो, पेटीएम पेमेंट बैंक, एनएसडीएल पेमेंट बैंक और जियो पेमेंट बैंक शामिल हैं.

Published - May 17, 2023, 06:54 IST