कई देशों में भू-राजनीतिक और मौद्रिक संकट के कारण चालू वित्त वर्ष 2023-24 की पहली छमाही (अप्रैल-सितंबर) में भारत से वाहनों के निर्यात में सालाना आधार पर 17 फीसद की गिरावट आई है. वाहन विनिर्माताओं के संगठन सियाम ने सोमवार को यह जानकारी दी.
सोसायटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के अनुसार, चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में भारत से वाहनों का कुल निर्यात 22,11,457 इकाई रहा, जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह आंकड़ा 26,80,527 इकाई था.
समीक्षाधीन अवधि में अप्रैल-सितंबर, 2022-23 की तुलना में यात्री वाहन (पीवी) निर्यात में वृद्धि हुई, जबकि दोपहिया, तिपहिया और वाणिज्यिक वाहनों का निर्यात घट गया.
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में यात्री वाहनों का निर्यात पांच फीसद बढ़कर 3,36,754 इकाई हो गया, जबकि एक साल पहले यह 3,20,506 इकाई था.
अप्रैल-सितंबर, 2023 में वाणिज्यिक वाहनों का निर्यात घटकर 31,864 इकाई रह गया, जो पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि के 42,306 इकाई से 25 फीसद कम है. दोपहिया वाहनों का निर्यात सालाना आधार पर 21,04,845 इकाइयों से 20 फीसद गिरकर 16,85,907 इकाई रहा. तिपहिया वाहनों का निर्यात सालाना आधार पर 2,12,126 इकाइयों से घटकर 1,55,154 इकाई पर आ गया.
सियाम के अध्यक्ष विनोद अग्रवाल ने कहा कि निर्यात मुख्यतः दो कारणों से दबाव में रहा है. उन्होंने कहा कि पहला कुछ क्षेत्रों में भूराजनीतिक मुद्दों के कारण और दूसरा कुछ भौगोलिक क्षेत्रों में विदेशी मुद्रा भंडार पर दबाव के कारण.
अग्रवाल ने कहा, ‘‘ रुपये के संदर्भ में व्यापार को सुविधाजनक बनाने सहित कई चीजों पर काम किया जा रहा है. इसलिए आगे इसमें (निर्यात) सुधार होने की उम्मीद है.’’