स्पैम कॉल और साइबर फ्रॉड से लोगों को बचाने के लिए TRAI जल्द ही नया नियम लेकर आ सकती है. अब कॉल करने पर फोन करने वाले का असली नाम मोबाइल फोन के डिसप्ले पर दिखाई देगा. टेलीकॉम रेग्युलेटर TRAI ने इसके लिए घरेलू टेलीकॉम नेटवर्क में कॉलर आईडी को एक डिफॉल्ट सुविधा के रूप में लाने का प्रस्ताव पेश किया है. जिसके तहत TRAI ने सभी टेलीकॉम कंपनियों को ग्राहकों के रिक्वेस्ट पर कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन (CNAP) की सप्लीमेंट्री सुविधा देने की सिफारिश की है.
फोन करने वाले की असली पहचान बताने वाली इस सेवा को शुरू करने के लिए DoT ने मार्च 2022 को TRAI के सामने एक प्रस्ताव रखा था. जिसके बाद टेलीकॉम रेग्युलेटर ने नवंबर 2022 में CNAP पर सबके सुझाव मांगे थे. इसी कड़ी में TRAI ने इस पर अब अंतिम सिफारिशें जारी की हैं. CNAP सुविधा के लॉन्च होने के बाद, ये ट्रूकॉलर जैसे कॉलर की पहचान बताने वाले सर्विस प्रोवाइडर को टक्कर दे सकता है.
CNAP फीचर की खासियत
CNAP मॉडल में फोन कॉल आने पर वो नाम मोबाइल फोन के डिसप्ले में दिखेगा जो नंबर जारी करते समय टेलीकॉम ऑपरेटर के पास रजिस्टर्ड है. ये एक ऑन-रिक्वेस्ट सर्विस होगी. यानि ये किसी भी कंपनी का मोबाइल नंबर इस्तेमाल करने वाले पर तय करेगा कि वो इस सर्विस का फायदा उठाना चाहता है या नहीं. TRAI के मुताबिक ये एक सप्लिमेंटरी सर्विस हो सकती है. जो कि ग्राहकों को ऑन-रिक्वेस्ट मुहैया करवाई जाएगी.
नए फीचर पर क्या कहता है Truecaller?
TRAI के CNAP फीचर को लेकर Truecaller का कहना है कि उसके 374 मिलियन से ज्यादा यूजर्स हैं. कंपनी अपने यूजर्स को ये सुविधा पहले से मुहैया करवा रही है. Truecaller के प्रवक्ता के मुताबिक उनकी तकनीक, CNAP फीचर से बेहतर है. साथ ही, कंपनी का कहना है कि वो AI क्षमता के साथ बेहतर नंबर-पहचान सर्विस मुहैया करवा रही है. Truecaller नहीं मानता कि CNAP फीचर उनके लिए किसी तरह की चुनौती पेश करेगा.