भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने रिलायंस जियो और भारती एयरटेल को अपने ग्राहकों को अनलिमिटेड 5जी डेटा ऑफर के नियम और शर्तों को साफ तौर पर बताने का निर्देश दिया है. सूत्रों के अनुसार वोडाफोन आइडिया की ओर से आक्रामक मूल्य निर्धारण को लेकर जियो और एयरटेल के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. इसी मसले पर नियामक ने दोनों ऑपरेटरों को क्लीन चिट देते हुए कहा कि टैरिफ लागत से कम नहीं हैं, जैसा कि आरोप लगाया गया था. उन्होंने कहा कि वोडाफोन आइडिया खुद अनलिमिटेड 4जी डेटा की पेशकश कर रहा है.
जियो और एयरटेल दोनों ने नियामक से कहा है कि असीमित डेटा का मतलब अनंत नहीं है क्योंकि इसका उपयोग गति और नेटवर्क की ओर से सीमित है. दोनों ने तर्क दिया कि वे मुफ्त में कुछ भी नहीं दे रहे थे क्योंकि 5जी को 4जी पैक के हिस्से के रूप में दिया जा रहा था और उसी के अनुसार शुल्क लिया गया था. दरअसल, 1GB 5G डेटा देने की कीमत 4G की तुलना में काफी कम है. मूल्य निर्धारण के मुद्दे को को लेकर एयरटेल और वोडाफोन आइडिया ने Jio पर इसके गलत इस्तेमाल का आरोप लगाया था. उनका कहना था कि कंपनी ने जब नए प्रचार योजनाओं की घोषणा की, जिसमें कई महीनों तक वॉयस और डेटा मुफ्त दिया गया था. हालांकि जियो ने ऐसे किसी भी गलत काम से इनकार किया था.
एयरटेल ने 5जी अनलिमिटेड डेटा के लिए अपनी उचित उपयोग नीति (FUP) को अपडेट किया है और बताया कि वाणिज्यिक उपयोग तब माना जाएगा जब डेटा उपयोग 30 दिनों में 300 जीबी से अधिक हो. कंपनी ने यह भी साफ किया कि ये ऑफर केवल व्यक्तिगत और गैर-व्यावसायिक उपयोग के लिए है. इसका किसी भी व्यावसायिक उपयोग, या उद्यम योजनाओं के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है. अगर किसी तरह धोखाधड़ी का मामला सामने आता है तो एयरटेल के पास ऑफर/सेवाओं को समाप्त या निलंबित करने का अधिकार है.
इसी तरह, रिलायंस जियो ने अपने Jio True 5G अनलिमिटेड ऑफर के नियमों और शर्तों में बदलाव किया है. Jio के अनुसार खपत पर कोई प्रतिबंध नहीं है, उपयोगकर्ता की डाउनलोड स्पीड कई कारकों पर निर्भर करती है. इनमें डिवाइस, विभिन्न टोपोलॉजी में रेडियो प्रसार विशेषताएं, लोकप्रिय वेबसाइटों पर विलंबता, मोबाइल एप्लिकेशन का प्रकार और हैंडसेट पर स्थापित ऑपरेटिंग सिस्टम और किसी विशेष सेल पर उपयोगकर्ताओं की संख्या आदि शामिल हैं.