क्या अब नहीं आएंगे अनचाहे कॉल और मैसेज?

ट्राई हुआ सख़्त, तय की 2 हफ्ते की समय सीमा

Mobile Connection Deactivation

फोटो साभार: TV9 भारतवर्ष

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मोबाइल पर आने वाले फर्जी और अनचाहे कॉल-एसएमएस के ज़रिए बढ़ रही धोखाधड़ी को रोकने के लिए टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने सख़्त हुआ है. TRAI ने जियो, एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और बीएसएनल को 30 दिन के अंदर फ्रॉड कॉल्स और मैसेज को रोकने के लिए कारगर कदम उठाने के निर्देश दिए हैं. ट्राई ने कहा है कि प्रमुख बैंकों और वित्तीय संस्थाओं से अपने व्यवसाय से जुड़े एसएमएस के हैडर्स और कंटेंट टेम्पलेट का वेरिफ़िकेशन भी कराना होगा. TRAI स्पैम मैसेज को रोकने के किए गए प्रयासों का अगले 2 हफ़्ते में रिव्यू करने को भी कहा है. ऐसा करने के पीछे उद्देश्य है कि फ्रॉड एसएसएस पर रोक लगाना है.

अभी टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को बैंक, वित्तीय संस्थान, इंश्योरेंस कंपनी, ट्रेडिंग कंपनी और बिजनेस कंपनी अपने कॉमर्शियल मैसेज भेजती है. कॉमर्शियल मैसेज के लिए टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनियों को एक रजिस्टर्ड हेडर एक कंटेंट टेंपलेट असाइन किया जाता है. बिना निर्धारित टेम्पलेट और कंटेट के कंपनियां ग्राहकों को ये SMS नहीं भेज सकती हैं लेकिन कई बार रजिस्टर्ड टेंपलेट के हिसाब से ये एसएमएस नहीं भेजते हैं. इनसे धोखाधड़ी की घटनाएं भी होती हैं.

बता दें सरकार ने फर्जी कॉल और मैसेज से छुटकारे के लिए 1 मई की डेडलाइन तय की थी. हाल ही में टेलीकॉम कंपनियों से ट्राई ने अपने सिस्टम में एक AI फिल्टर का इस्तेमाल करने को कहा था ताकि फर्जी बैंकिंग और मार्केटिंग कॉल को पहचान करके उन्हें ब्लॉक किया जाए और मोबाइल उपभोक्ता ये पहचान पाएं कि कौन सा कॉल सामान्य है और कौन सा कॉमर्शियल लेकिन अभी भी कई टेलीकॉम कंपनियों ने AI फिल्टर्स को लॉन्च नहीं किया है.

Published - May 26, 2023, 01:17 IST