अक्सर इमारतों व बिल्डिंगो में मोबाइल नेटवर्क की दिक्कत रहती है, लेकिन अब लोगों को जल्द ही इससे छुटकारा मिल सकता है. दरअसल भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ने परिसर के अंदर मोबाइल कवरेज में सुधार के लिए रेटिंग ढांचे पर उद्योग की प्रतिक्रिया मांगी है. उनसे इमारतों या चुनिंदा क्षेत्रों में डिजिटल कनेक्टिविटी पर रेटिंग देने को कहा है. ट्राई के अनुसार, 4जी और 5जी नेटवर्क के विस्तार के बावजूद, इमारतों के अंदर डिजिटल कनेक्टिविटी एक मुद्दा बनी हुई है जिसके लिए नए नियम की जरूरत है.
नियामक ने इससे पहले फरवरी में डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए इमारतों या क्षेत्रों की रेटिंग पर सिफारिशें जारी की थीं, जिसमें उपभोक्ताओं को बेहतर डिजिटल कनेक्टिविटी अनुभव मुहैया कराने के लिए इमारतों की रेटिंग ढांचे की शुरुआत की गई थी. हितधारकों के पास प्राधिकरण को अपनी राय देने के लिए 10 नवंबर तक का वक्त है. वहीं जवाबी प्रतिक्रिया देने के लिए 24 नवंबर तक का समय तय किया गया है. परामर्श पत्र में, ट्राई ने हितधारकों से इमारतों में डिजिटल कनेक्टिविटी के रेटिंग ढांचे के विभिन्न पहलुओं पर विचार-विमर्श करने के लिए कहा है.
ट्राई ने इंडस्ट्री से पूछा है कि क्या रेटिंग सिस्टम में पुराने नियम पर्याप्त है, या नए मानदंड पेश करने की जरूरत है. इससे पहले नियामक ने रेटिंग को लेकर कुछ सुझाव दिए थे. जिसके तहत रेटिंग प्रमाणपत्र तीन साल के लिए वैध होना चाहिए, और वैधता अवधि की समय-समय पर ट्राई की ओर से समीक्षा की जा सकती है. यह विभिन्न श्रेणी की इमारतों के लिए अलग-अलग हो सकती है.
कंसल्टेशन पेपर में डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए मानदंड मूल्यांकन, रेटिंग और संबंधित वेटेज को भी तरजीह दी गई. मानदंडों में डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए मॉडल बिल्डिंग बाय लॉज़ (एमबीबीएल) का अनुपालन, डिजिटल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर फ्लेक्सिबिल्टी और डिजिटल कनेक्टिविटी इंफ्रास्ट्रक्चर की भविष्य की तैयारी को शामिल करने पर जोर दिया जा रहा है.
Published - September 29, 2023, 12:01 IST
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