भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) गवर्नमेंट सिक्योरिटीज मार्केट में रिटेल इंवेस्टर्स की भागीदारी को आसान बनाने के लिए जल्द ही एक मोबाइल ऐप पेश करने वाला है. आरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दास ने 5 अप्रैल को वित्त वर्ष 2024-25 की पहली मौद्रिक नीति समीक्षा पेश करते हुए यह प्रस्ताव किया.
नवंबर 2021 में पेश की गई आरबीआई की रिटेल ‘डायरेक्ट स्कीम’ इंडीविजुअल इंवेस्टर को केंद्रीय के साथ गिल्ट खाते बनाए रखने और गवर्नमेंट सिक्योरिटीज में निवेश करने की सुविधा प्रदान करती है. यह योजना निवेशकों को प्राइमरी ऑक्शन में सिक्योरिटीज को खरीदने के साथ-साथ एनडीएस-ओएम प्लेटफॉर्म के जरिये सिक्योरिटीज खरीदने-बेचने में सक्षम बनाती है.
केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस पहुंच को और आसान तथा बेहतर बनाने के लिए रिटेल ‘डायरेक्ट पोर्टल’ की एक मोबाइल ऐप बनाई जा रही है. यह ऐप निवेशकों को अपनी सुविधानुसार, चलते-फिरते इंस्टूमेंट्स खरीदने और बेचने में सक्षम बनाएगा. ऐप जल्द ही उपयोग के लिए उपलब्ध होगा.
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को चालू वित्त वर्ष की पहली द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा में नीतिगत दर रेपो में कोई बदलाव नहीं किया और इसे 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा. महंगाई को 4 फीसद पर लाने और वैश्विक अनिश्चितता के बीच इकोनॉमिक ग्रोथ को गति देने के मकसद से नीतिगत दर को यथावत रखा गया है. यह लगातार सातवीं बार है जबकि रेपो दर में बदलाव नहीं किया गया है.