भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) घरेलू रुपे कार्ड को धीरे-धीरे वीजा और मास्टरकार्ड जैसे वैश्विक कार्ड नेटवर्क के बराबर लाने के लिए कदम उठा रहा है. केंद्रीय बैंक ने हाल ही में ही बैंकों को विदेशी एटीएम, पीओएस मशीनों और विदेशों में ऑनलाइन पेमेंट के लिए रुपे फॉरेक्स कार्ड जारी करने अनुमति दी है. अब तक केवल दूसरे कार्ड नेटवर्क ही फोरेक्स कार्ड जारी कर सकते थे. विशेषज्ञों का कहना है कि इस क़दम के पीछे केंद्रीय बैंक का उद्देश्य RuPay को वैश्विक स्तर पर स्थापित करना है. फॉरेक्स कार्ड जारी करने से विदेशों में RuPay की स्वीकार्यता बढ़ेगी और कॉर्पोरेट्स और व्यक्तियों को विदेश यात्रा के दौरान इन कार्डों का उपयोग करने की अनुमति मिलेगी.
अप्रैल 2022 की एक रिपोर्ट के अनुसार भूटान, सिंगापुर और संयुक्त अरब अमीरात और नेपाल ने पहले ही RuPay कार्ड चालू कर चुके हैं. इससे सीमा पार लेनदेन को और विश्व स्तर पर वित्तीय समावेशन को बढ़ावा मिल रहा है.
विशेषज्ञों का कहना है कि पिछले कुछ सालों में RuPay कार्ड की स्वीकार्यता में काफी विस्तार हुआ है. साथ ही कई अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर भी इसकी स्वीकार्यता बढ़ी है. वहीं रुपे फोरेक्स कार्ड जारी होने से लेन-देन सुगम होगा और व्यवसाय का दायरा बढ़ सकता है. इससे विकास के नए अवसर खुलेंगे. साथ ही आम आदमी आसानी ने विदेश यात्रा और ऑनलाइन खरीद का आनंद ले पाएंगे.
बता दें रुपे कार्ड को भारतीय उपभोक्ताओं की विशिष्ट जरूरतों और प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए डिजाइन किया गया था ऐर इसे 2014 में लॉन्च किया गया था. इसे जारी करने वालों में 1,100 से अधिक बैंकों जिनमें राज्य के स्वामित्व वाले बैंक, निजी बैंक, क्षेत्रीय ग्रामीण और सहकारी बैंक शामिल हैं. अनुमान के मुताबिक इस समय करीब 67.2 करोड़ रुपे डेबिट कार्ड हैं जबकि कितने रुपे क्रेडिट कार्ड हैं इसकी जानकारी नहीं है.