RBI ने भरा सोने का खजाना, चार महीने में खरीदा 24 टन गोल्ड

पिछले चार महीने में आरबीआई ने पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब लगभग डेढ़ गुना सोने की खरीदारी की है.

RBI ने भरा सोने का खजाना, चार महीने में खरीदा 24 टन गोल्ड

RBI Gold Reserve: गोल्ड की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी के बावजूद दुनियाभर के केंद्रीय बैंक जमकर सोने की खरीद कर रहे हैं. 2024 की शुरुआत में दुनियाभर के सभी केंद्रीय बैंकों में सबसे ज्यादा सोना चीन का केंद्रीय बैंक खरीद रहा था लेकिन अब इस मामले में चीन का केंद्रीय बैंक भारत के केंद्रीय बैंक RBI से पिछड़ गया है.

वैश्विक स्तर पर विभिन्न हिस्सों में चल रहे अस्थिरता और भू-राजनीतिक तनाव के प्रभाव से बचने के लिए आरबीआई ने चार महीने में 24 टन सोना खरीदा है. केंद्रीय बैंक की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, पिछले चार महीने में आरबीआई ने पिछले साल की समान अवधि के मुकाबले करीब लगभग डेढ़ गुना सोने की खरीदारी की है. भारत में सोने में निवेश करना सबसे लोकप्रिय निवेश में शामिल है लेकिन केंद्रीय बैंक का इस स्तर पर सोने का भंडारण पहली बार देखने को मिल रहा है. अभी हाल ही में आरबीआई ने सरकार को उम्मीद से दोगुना करीब 2 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा डिविडेंड देने का ऐलान भी किया है.

कब कितना हुआ भंडारण?

गौरतलब है कि पिछले साल जनवरी-अप्रैल के बीच केंद्रीय बैंक ने अपने गोल्ड रिजर्व में 16 टन की बढ़ोतरी की थी. आरबीआई की तरफ से जारी आंकड़े के अनुसार, केंद्रीय बैंक ने दिसंबर 2020 में 676.7 टन, दिसंबर 2021में 754.1 टन, दिसंबर 2022 में 867.4 टन, दिसंबर 2023 में 803.6 टन और अप्रैल 2024 में 827.7 टन सोने का भंडारण किया है. इस आंकड़ें में आरबीआई ने बताया है कि 26 अप्रैल 2024 तक केंद्रीय बैंक के विदेशी मुद्रा भंडार में 827.69 टन सोना था, जो दिसंबर के अंत तक 803.6 टन था. यानी जनवरी से अप्रैल तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने 24 टन सोना खरीदा है.

आरबीआई क्यों खरीद रहा इतना सोना?

आरबीआई इतने बड़े लेवल पर सोने की खरीदारी क्यों कर रहा है यह बड़ा सवाल है. वैश्विक स्तर पर चल रहे युद्धों के प्रभाव से बचने के लिए भारत ने तैयारी शुरू कर दी है. इसलिए भारत के केंद्रीय बैंक ने अपना गोल्ड रिजर्व बढ़ाना शुरू कर दिया है. गौरतलब है कि 1991 में देश में आए विदेशी मुद्रा संकट के समय केंद्रीय बैंक ने अपने सोने के भंडार का एक हिस्सा गिरवी रख दिया था. हालांकि बाद में सारा सोना केंद्रीय बैंक के खजाने में वापस आ गया. लेकिन यह उदाहरण है कि आर्थिक संकट के समय सोना बड़ी भूमिका निभाता है. यही वजह है कि आरबीआई दिसंबर 2017 से ही सोने का भंडारण बढ़ा रहा है.

चीन के पास कितना सोना?

इसी समय चीन का केंद्रीय बैंक भी जमकर सोना खरीद रहा है. मामले के विशेषज्ञों का मानना ​​है कि यह अमेरिकी डॉलर पर निर्भरता कम करने की चीन की उसकी रणनीति का एक हिस्सा है. वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) ने कहा है कि पीपुल्स बैंक ऑफ चाइना ने 2023 में 224.88 टन सोना खरीदा जो 2022 के 62.1 टन की तुलना में 362 फीसद ज्यादा है. 2024 के जनवरी और मार्च के बीच, चीन ने 27.06 टन सोना खरीदा. चीनी केंद्रीय बैंक का कुल स्वर्ण भंडार इस समय 2,262 टन है, जो उसके कुल विदेशी मुद्रा भंडार के 4.6 फीसद के बराबर है. नवंबर 2022 से चीन के सोने के भंडार में करीब 314 टन की बढ़ोतरी हुई है.

Published - May 23, 2024, 12:24 IST