देश के निजी बैंक डिपॉजिट ग्रोथ को बढ़ाने के लिए अपनी शाखाओं के विस्तार पर जोर दे रहे हैं. इस क्रम में देश के अग्रणी निजी बैंकों ने अर्ध शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में भी अपनी शाखाओं को तेजी से बढ़ाया है. आईसीआईसीआई बैंक ने जून तिमाही के दौरान 174 नई शाखाएं खोली हैं. देशभर में आईसीआईसीआई बैंक की कुल शाखाएं बढ़कर 6,000 के पार हो गई हैं और इससे बैंक का कुल नेटवर्क 6,074 हो गया. पिछले वित्तीय वर्ष में बैंक ने कुल 482 शाखाएं खोली थीं.
एचडीएफसी बैंक ने भी नई शाखाएं खोलीं
मिंट में छपी रिपोर्ट के अनुसार, HDFC बैंक ने भी जून तिमाही में 39 नई शाखाएं खोली हैं. वित्तवर्ष 2022-23 के दौरान HDFC बैंक ने कुल 1500 नई शाखाएं खोली थीं, जिसके बाद देशभर में HDFC बैंक की कुल शाखाएं बढ़कर 7,900 के करीब पहुंच गई हैं. पिछले 3 साल में इसका शाखा नेटवर्क 40 फीसद से अधिक बढ़ा है और ये शाखाएं 85 मिलियन ग्राहकों को सेवा प्रदान करती हैं. सबसे खास बात यह है कि ये शाखाएं आधे से अधिक अर्ध-शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में हैं. बैंक एक वर्ष के दौरान 1,500 से 2,000 अतिरिक्त शाखाएं और जोड़ने पर विचार करेगा. एचडीएफसी बैंक के एमडी शशिधर जगदीशन का कहना है कि शाखा बैंकिंग हमारे ग्राहक संबंधों का आधार है और हमारा मानना है कि एक भौतिक शाखा ग्राहकों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है.
एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक भी कर रहे हैं विस्तार
इसी तरह एक्सिस बैंक और इंडसइंड बैंक ने भी अपनी शाखाओं का विस्तार किया है. एक्सिस बैंक ने जून तिमाही में 42 नई शाखाएं जोड़ी हैं, जिससे उसकी शाखाओं की संख्या 4,945 हो गई है. पिछले वित्तीय वर्ष में बैंक ने 300 से अधिक शाखाएं जोड़ीं. एक्सिस बैंक के समूह कार्यकारी रवि नारायण का कहना है कि मौजूदा वित्तीय वर्ष में हम साल भर में करीब 400 शाखाएं खोलने पर विचार कर रहे हैं और हम आगे आने वाले किसी भी प्रकार के अवसर के लिए खुद को तैयार रखेंगे. इंडसइंड बैंक ने कहा है कि उसकी 30 शखाएं जल्दी ही लॉन्च के लिए तैयार हैं और अन्य 27 शाखाओं पर भी काम हो रहा है. इंडसइंड बैंक की देशभर में कुल 2,606 शाखाएं हैं और बैंक का लक्ष्य इस वर्ष के दौरान 250-300 शाखाएं जोड़ने का है.