RuPay कार्ड से भुगतान हुआ बेहद आसान

अब कार्डधारक को कोई पेमेंट करने के लिए अपने वॉलेट को एक्सेस करने या कार्ड की डिटेल्स को याद रखने की जरूरत नहीं होगी.

RuPay कार्ड से भुगतान हुआ बेहद आसान

फोटो साभार: TV9 भारतवर्ष

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अब रुपे (RuPay) डेबिट और क्रेडिट कार्ड से बिना सीवीवी (CVV) के भुगतान किया जा सकेगा. नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने इस नई सुविधा की घोषणा की है. इस सुविधा का इस्तमेमाल ऐसे रुपे डेबिट क्रेडिट और प्रीपेड कार्डधारक कर पाएंगे जिन्होंने मर्चेंट ऐप और वेबपेज पर कार्ड का टोकनाइज़ेशन किया हुआ है. इसके बाद केवल ओटीपी की मदद से ही लेनदेन पूरा हो जाएगा. यानी अब कार्डधारक को कोई पेमेंट करने के लिए अपने वॉलेट को एक्सेस करने या कार्ड की डिटेल्स को याद रखने की जरूरत नहीं होगी.

टोकनाइजे़शन क्या है
टोकनाइज़ेशन भुगतान करने की एक टेक्नोलॉजी है. NPCI की ओर से रुपे के लिए इसे 2021 में शुरू किया गया था. इसमें आप कार्ड की असली डिटेल मर्चेंट को शेयर किए बिना आप लेनदेन कर सकते हैं. टोकन व्यवस्था के तहत कार्ड की डिटेल की जगह एक कूट संख्या यानी टोकन नंबर का इस्तेमाल किया जाता है. इसमें लेन-देन के समय कार्ड का वास्तविक ब्योरा मर्चेंट के साथ साझा नहीं किया जाता है इसलिए इसका इस्तेमाल पूरी तरह सुरक्षित है.

कार्ड को कैसे करें टोकनाइज़?
अपने डेबिट या क्रेडिट रुपे कार्ड को टोकनाइज़ करने के लिए पहले आपको ई-कॉमर्स मर्चेंट वेबसाइट या ऐप पर जाना होगा जहां से आपको खरीदारी करनी है. फिर यहां चेकाआउट करते वक्त कार्ड नंबर, सीवीवी और कार्ड एक्सपायरी डेट, CVV वगैरह डालकर ऑथेंटिकेट करना होगा. इसके बाद आपको अपने कार्ड को आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार सुरक्षित करें” या “आरबीआई के दिशानिर्देशों के अनुसार अपने कार्ड को टोकनाइज़ करें (Secure your card in accordance with RBI guidelines” or “Tokenize your card in accordance with RBI guidelines.) का विकल्प मिलेगा. यहां टोकनाइज़ वाला विकल्प चुनने के बाद बैंक की ओर से आपके मोबाइल फोन या ईमेल पर ओटीपी भेजा जाएगा जिसे दर्ज कर लेनदेन पूरा करें. इसी के साथ आपका टोकन बन जाएगा और सेव हो जाएगा. आपने जो डिटेल दी थी, वही टोकन के रूप में बदल जाएगी. अगली बार जब उसी वेबसाइट या ऐप पर दोबारा पेमेंट करने जाएंगे, तो आपके कार्ड के अंतिम 4 अंक दिखेंगे. इससे आपको कार्ड पहचानने में मदद मिलेगी. यही टोकनाइजेशन है.

क्यों शुरू की गई ये व्यवस्था?
रूपे भारत का अपना पेमेंट गेटवे है. इसे 2014 में लॉन्च किया गया था. सरकार लगातार रूपे कार्ड का इस्तेमाल बढ़ाने की कोशिश रही है.लेकिन फिर भी मास्टरकार्ड या वीजा का इस्तेमाल ज्यादा हो रहा है. इसी के मद्देनज़र सीवीवी के बिना पेमेंट की सुविधा दी गई है.

Published - May 16, 2023, 07:39 IST