बढ़ती महंगाई से परेशान लोगों की मुश्किलें और बढ़ने वाली है. इस त्योहारी सीजन पर पैक्ड फूड के लिए आपको ज्यादा कीमत चुकानी पड़ सकती है. अनियमित मॉनसून और कमजोर रुपए की वजह से उपभोक्ता वस्तुओं की कीमतों में अभी और बढ़ोतरी हो सकती है. इसके अलावा अलनीनो के प्रभाव को लेकर भी चिंता बनी हुई है. हालांकि मानसून के बाकी हफ्तों में बरसात पर निर्भर करेगा कि महंगाई किस ओर करवट बदलेगी.
कम बारिश का इन राज्यों पर असर
भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मॉनसून सीजन में 1 जून से 22 अगस्त तक 270 जिलों में कम बारिश दर्ज की गई है, जबकि 19 जिलों में बारिश ना के बराबर हुई है. कम बारिश से प्रभावित होने वाले राज्यों में पश्चिम बंगाल, ओडिशा, झारखंड, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, तेलंगाना और केरल हैं.
7-8 फीसद महंगा हुआ चावल
अदानी विल्मर के प्रबंध निदेशक अंगशु मलिक का कहना है कि सरकार द्वारा गैर-बासमती सफेद चावल के निर्यात पर प्रतिबंध लगाने की वजह से कीमतों में 7-8 फीसद का इजाफा हुआ है. अगर मॉनसून अनियमित रहा तो आने वाले समय में चावल की कीमतों में और इजाफा हो सकता है. दूसरी तरफ सूखे का असर सोयाबीन की फसल पर भी दिखाई पड़ सकता है. सोयाबीन की फसल प्रभावित होने से तेल की कीमतों पर भी असर पड़ेगा. डॉलर के मुकाबले रुपए के कमजोर होने से खाद्य तेल जैसे आयातित पैक्ड फूड की कीमतें महंगी हो रही है.