पहले भी हो चुकी है ऐसी नोट बदली

देश में पहले भी लिए गए हैं इस तरह के फैसले

पहले भी हो चुकी है ऐसी नोट बदली

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने शुक्रवार को 2000 रुपए के नोट को बंद करने का फैसला किया है. ये नोट वैध रहेंगे लेकिन इन्हें 30 सितंबर तक बैंक में जमा किया जा सकता है. ऐसा करने के पीछे उद्देश्य 2000 के नोट को चलन से बाहर करना है और ऐसा कोई पहली बार नहीं हुआ है. पहले भी RBI कई बार नोटों को चलन से बाहर करने का फ़ैसला लेता रहा है.

आरबीआई ने 31 मार्च 2014 के बाद 2005 से पहले जारी किए गए सभी बैंक नोटों का चलन बंद कर दिया था. इस समय 2005 से पहले जारी हुए 500 और 1000 रुपए के नोट बंद कर दिए गए थे. इन्हें बैंक में जमा करने के लिए सरकार ने एक जुलाई 2014 तक का समय दिया था लेकिन इसके बाद 500 और 1000 के 10 से ज्यादा नोटों को बदलने वाले गैर ग्राहकों को उस बैंक शाखा में पहचान और निवास का प्रमाण प्रस्तुत करना करने के लिए कहा गया था.

इससे पूर्व जनवरी, 1946 और फिर 1978 में भी 1000 और उससे ज्यादा राशि के नोटों को चलन से बाहर किया गया था. वर्ष 1938 में भारतीय रिजर्व बैंक ने 10 हजार रुपए का अब तक के सबसे ज्यादा मूल्य का नोट छापा था. जिसे 1946 में चलन से बाहर कर दिया गया था लेकिन फिर 1954 में इसकी वापसी हुई थी और जनवरी, 1978 में इसे दोबारा चलन से बाहर कर दिया गया था.

अब आरबीआई ने जो 2000 रुपए के नोट को चलन से बाहर करने का फैसला किया है उसे लेकर बैंक ने यह भी साफ कर दिया है कि जिनके पास पहले से 2000 रुपए के नोट हैं वे उनका इस्तेमाल कर सकते हैं. RBI ने यह भी कहा है कि जो लोग बैंक जाकर 2000 के नोट बदलकर अन्य बैंक नोट लेना चाहते हैं वे बैंक जाकर नोट बदलवा सकते हैं लेकिन एक बार में सिर्फ 10 नोट यानी 20,000 रुपए ही बदले जा सकेंगे. रिजर्व बैंक ने सभी बैंकों को निर्देश दिया है कि ग्राहकों को 2000 रुपए के नोट में पेमेंट का भुगतान तुरंत प्रभाव से बंद कर दें.

Published - May 19, 2023, 08:25 IST