रसोई की महंगाई के साथ बीमा भी महंगा हो गया है. लागत बढ़ने की वजह से बीते एक साल के दौरान मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम 10-25 फीसद तक बढ़ा है. देश में सामान्य रिटेल महंगाई जहां पर 6 फीसद है वहीं मेडिकल इन्फ्लेशन बढ़कर 15 फीसद हो गई है. जिस वजह से बीमा कंपनियों ने मेडिकल इंश्योरेंस के प्रीमियम में बढ़ोतरी की है.
भारी पड़ने लगा रूस का तेल
रूस से खरीदे कच्चे तेल का भुगतान करने के लिए भारतीय तेल कंपनियां चीन की करंसी युआन का इस्तेमाल कर रही है. क्योंकि भारत की तरफ से रुपए में हुआ भुगतान रूस के लिए चुनौती बना हुआ है. प्रतिबंधों की वजह से रूस अमेरिकी डॉलर में भी भुगतान नहीं ले रहा. हाल में कई भारतीय कंपनियों ने चीन की करेंसी युआन में भुगतान किया है. उधर भारत में रूस के कच्चे तेल का आयात लगातार बढ़ रहा है. जून के दौरान भारत ने रूस से रोजाना करीब 22 लाख बैरल कच्चे तेल का आयात किया है.