दिल्ली सरकार ने मेडिकल, इंजीनियरिंग और सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्रों को बड़ा तोहफा देने की तैयारी की है. केजरीवाल सरकार ने जय भीम मुख्यमंत्री प्रतिभा विकास योजना को फिर से शुरू करने की योजना बनाई है. इस योजना का उद्देश्य कमजोर वर्ग के छात्रों को मेडिकल, इंजीनियरिंग और सिवलि सेवा जैसी प्रमुख प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए प्रेरित करना और पढ़ाई में आ रही उनकी आर्थिक समस्या को दूर करना है.
दिल्ली के एससी और एसटी कल्याण मंत्री राज कुमार आनंद ने बताया कि पात्र छात्रों को मुफ्त कोचिंग देने के लिए अतिरिक्त प्रतियोगी परीक्षाएं शामिल की जाएंगी. इस सिलसिले में कैबिनेट में प्रस्ताव लंबित है. इस योजना को दोबारा शुरू करने के लिए इसके स्वरूप में थोड़ा बदलाव किया गया है. जिसके तहत कोचिंग संस्थानों के लिए भुगतान प्रणालियों को सुव्यवस्थित करने और छात्र वर्ग सत्यापन के आधार पर द्विवार्षिक भुगतान कार्यक्रम लागू किया जाएगा. इसके अलावा एक निगरानी प्रणाली तैयार की गई है, जिसमें छात्रों को त्रैमासिक वजीफा मिलेगा.
सरकार की योजना इसके विस्तार की भी है, जिसमें अधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं को शामिल किया जाएगा और प्रत्येक स्तर में उत्तीर्ण होने वाले छात्रों के लिए प्रोत्साहन दिया जाएगा. योजना की आधिकारिक घोषणा के बाद कोचिंग संस्थानों और छात्रों के लिए पंजीकरण शुरू हो जाएगा, जिसमें कमजोर वर्ग के छात्रों को बेहतर शिक्षा देने के लिए प्रतिष्ठित संस्थानों को प्राथमिकता दी जाएगी.
बता दें इस योजना की शुरुआत 2018 में हुई थी. इसके तहत दिल्ली स्थित एससी, एसटी, ओबीसी और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के छात्रों को फ्री कोचिंग सुविधा प्रदान की गई, जो व्यावसायिक पाठ्यक्रम प्रवेश परीक्षाओं और प्रतिस्पर्धी नौकरी परीक्षाओं के लिए तैयारी करना चाहते हैं. इस योजना में छात्रों को आने जाने और अध्ययन सामग्री के लिए 2,500 रुपए का मासिक वजीफा भी दिया जाता है.