संकट में फंसी एयरलाइन गो फर्स्ट को नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल. यानी NCLT से राहत मिली है. NCLT ने दिवालिया होने के लिए गो फर्स्ट की याचिका को मंजूर कर लिया है. साथ में NCLT ने एयरलाइन के बोर्ड को भंग कर दिया है. और दिवालिया प्रक्रिया के लिए अभिलाष लाल को नियुक्त किया है. दिवालिया प्रक्रिया के लिए. गो फर्स्ट को 5 करोड़ रुपए जमा करने के लिए बोला गया है. और साथ में यह भी कहा गया है. कंपनी के किसी भी कर्मचारी को निकाला नहीं जाएगा. इस बीच गो फर्स्ट की तरफ से कहा गया है. कि 19 मई तक सभी उड़ाने रद्द हैं. और जिन यात्रियों ने टिकट बुक कराया हुआ है. उनका सारा पैसा वापस लौटाया जाएगा. गो फर्स्ट को कर्ज देने वाले बैंक भी कंपनी की इनसॉलवेंसी का समर्थन कर रहे हैं. बैंकों को खतरा है कि गो एयर का हाल भी जेट एयरवेज की तरह न हो जाए. और उनका सारा पैसा फंस जाए. गो फर्स्ट को लीज पर जहाज देने वाली कंपनियों ने. गो फर्स्ट के जहाजों को. दूसरी एयरलाइन कंपनियों के देने के लिए बातचीत शुरू कर दी है.
कितना गहरा है पाकिस्तान का संकट?
ग्लोबल रेटिंग एजेंसी Moody’s ने चेतावनी दी है. कि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष यानी IMF से राहत पैकेज नहीं मिला. तो पाकिस्तान कर्ज अदायगी में डिफॉल्ट कर जाएगा. Moody’s का मानना है. कि जून तक पाकिस्तान विदेशी कर्ज की अदायगी को संभाल सकता है. लेकिन जून के बाद उसकी तरफ से कर्ज लौटा पाना बहुत ज्यादा अनिश्चित होगा. इस बीच पाकिस्तान में पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की गिरफ्तारी के बाद राजनीतिक अस्थिरता बढ़ गई है.