प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के बीच विश्व व्यापार संगठन (WTO) के मोर्चे पर बड़ी खबर आई है. भारत और अमेरिका की सरकारें कुल छह बड़े मुद्दों को डब्ल्यूटीओ से बाहर निपटाने पर सहमत हो गई हैं. अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि कार्यालय की ओर से जारी बयान में यह बात कही गई है. इसके साथ ही भारत भी अमेरिका से आयात होने पर कुछ उत्पादों पर ड्यूटी हटाने पर भी सहमत हुआ. इससे दोनों देशों के बीच व्यापार बढ़ने की संभावना है.
बता दें अमेरिका ने साल 2018 में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर भारत के कुछ स्टील और एल्यूमीनियम उत्पादों पर क्रमशः 25 और 10 फीसद आयात शुल्क लगाया था. इसी की जवाबी कार्रवाई में भारत ने जून 2019 में चना, दाल, बादाम, अखरोट, सेब, बोरिक एसिड और डायग्नोस्टिक क्षेत्र समेत 28 अमेरिकी उत्पादों पर सीमा शुल्क लगाया था.
मजबूत होंगे व्यापारिक संबंध
इस बारे में अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ने बयान में कहा कि अमेरिका और भारत विश्व व्यापार संगठन में छह लंबित विवादों को समाप्त करने पर सहमत हुए हैं. इस टैरिफ कटौती से अमेरिकी कृषि उत्पादकों और निर्माताओं के लिए बाजार में विस्तार के लिए अवसर बनेंगे. उन्होंने कहा कि अमेरिकी कृषि उत्पादकों और निर्माताओं को अब एक महत्वपूर्ण वैश्विक बाजार में अपनी पहुंच बनाने में मदद मिलेगी. इसी के साथ यूएस अपने सबसे करीबी भागीदारों में से एक यानी भारत के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करेगा.
क्या था विवाद?
अमेरिका ने अपने निर्यात क्षेत्र में अलग-अलग योजनाओं के तहत भारत की ओर से मिलने वाले समर्थन के खिलाफ डब्ल्यूटीओ में शिकायत दर्ज की थी. साल 2019 में, डब्ल्यूटीओ विवाद पैनल ने यह फैसला सुनाया था कि भारत के निर्यात उपाय वैश्विक व्यापार मानदंडों के खिलाफ है. नतीजतन अमेरिका ने भारतीय निर्यातकों को कर में दी जाने वाली राहत खत्म कर दी थी. बता दें कि अमेरिका, भारत का बड़ा व्यापारिक साझेदार है. साल 2022-23 में दोनों देशों के बीच माल व्यापार बढ़कर 128.8 बिलियन डॉलर हो गया है जबकि 2021-22 में यह 119.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर था.