भारी कर्ज के बोझ में दबी सरकार की कंपनी NHAI को संकट से उबारने के लिए सरकार का थिंक टैंक. नीति आयोग पहल कर रहा है. नीति आयोग ने NHAI के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति का प्रस्ताव दिया है. जो NHAI के कामकाज को सुधारने के लिए एक्शन प्लान सौंपेगा. NHAI पर भारी कर्ज है. जिस वजह से देश में हाईवे निर्माण की रफ्तार पर असर पड़ा है. मोदी सरकार आने से पहले तक NHAI पर सिर्फ 23797 करोड़ रुपए कर्ज हुआ करता था. और इस साल मार्च अंत तक कर्ज का आंकड़ा बढ़कर 3.48 लाख करोड़ रुपए दर्ज किया गया. NHAI को कर्ज के ब्याज के तौर पर पिछले साल 31735 करोड़ चुकाया है.
स्टार्टअप की वैल्यूएशन में क्यों की जा रही कमी?
हाल के दिनों में भारतीय स्टार्टअप कंपनियों की वैल्यूएशन में हो रही कटौती के कई मामले सामने आए हैं. ताजा मामला कैब एग्रीगेटर कंपनी ओला का है. अमेरिकी निवेशक वैनगार्ड ग्रुप ने. ओला के वैल्युएशन में 35 फीसद की भारी कटौती की है. वैनगार्ड ग्रुप ने पहले ओला की वैल्युएशन 7.3 अरब डॉलर आंकी थी. जिसे अब घटाकर 4.8 अरब डॉलर किया गया है. ओला से पहले स्विगी और बायजूस की वैल्यूएशन में भी भारी कटौती हुई है.