केंद्र सरकार ने अपने कर्मचारियों और पेंशनभोगियों को दिवाली का तोहफा दे दिया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को हुई केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ता (DA) और महंगाई राहत (DR) को 4 फीसदी बढ़ाने को मंजूरी दी गई है. कर्मचारियों और पेंशनर्स के लिए महंगाई भत्ता 42 फीसदी से बढ़कर अब 46 फीसदी हो गया है. सरकार के इस फैसले से 52 लाख केंद्रीय कर्मचारियों और करीब 60 लाख पेंशनर्स को होगा.
बढ़ा हुआ महंगाई भत्ता एक जुलाई से मान्य होगा. महंगाई के अनुपात में सरकार महंगाई भत्ते को एजडस्ट करती है. केंद्र सरकार साल में दो बार महंगाई भत्ते की घोषणा करती है. इसकी घोषणा जनवरी और जुलाई में की जाती है. इस बार सरकार ने तीन महीने की देरी से महंगाई भत्ता बढ़ाने की घोषणा की है.
क्या होता है महंगाई भत्ता?
महंगाई भत्ता ऐसा पैसा है जो महंगाई बढ़ने के बावजूद सरकारी कर्मचारियों के जीवन स्तर को बनाए रखने के लिए दिया जाता है. यह पैसा सरकारी कर्मचारियों, पब्लिक सेक्टर के कर्मचारियों और पेंशनधारकों को दिया जाता है. महंगाई भत्ता साल में दो बार बढ़ाया जाता है. इसकी गणना मौजूदा महंगाई के अनुसार हर 6 महीने पर की जाती है. महंगाई भत्ता शहरी, अर्ध-शहरी या ग्रामीण क्षेत्र के कर्मचारियों के लिए अलग-अलग होता है.
कैबिनेट की बैठक में नॉन-गैजेट रेलवे कर्मचारियों को 78 दिनों का प्रोडक्टिविटी बोनस देने का फैसला लिया गया है. सरकार के इस फैसले से 11 लाख 340 रेल कर्मचारियों को फायदा होगा और इसपर 1969 करोड़ रुपये का भार सरकारी खजाने पर आएगा.