देश में मानसून की बरसात का संतुलन बिगड़ा हुआ है जिसकी मार खरीफ फसलों की खेती पर पड़ सकती है. एक तरफ उत्तर भारत में भारी बरसात की वजह से कई खरीफ फसलों पर मार पड़ने की आशंका है तो दूसरी तरफ महाराष्ट्र में कम बरसात का असर गन्ने के उत्पादन पर पड़ सकता है. बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के गांगीय क्षेत्र में कम बरसात की वजह से. धान की खेती प्रभावित होने की आशंका भी है.
खुले बाजार में चावल बेचने के सरकार के प्रयास को ठंडा रिस्पॉन्स मिलने के बाद. सरकार अब खुले बाजार में चावल बेचने के लिए. OMSS योजना में बदलाव कर सकती है. केंद्रीय खाद्य सचिव ने OMSS योजना में बदलाव के संकेत दिए हैं. भारतीय खाद्य निगम पिछले हफ्ते OMSS योजना के तहत. नीलामी के जरिए खुले बाजार में 3.86 चावल बेचने के लिए बोलियां आमंत्रित की थी. लेकिन सिर्फ 170 टन चावल ही बिक पाया है. चावल की बिक्री को यह ठंडा रिस्पॉन्स ऐसे समय पर मिला है. जब विदेशी बाजार में चावल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं.
लंबे समय से कमजोर खपत की मार झेल रहे देश के ग्रामीण क्षेत्र में खपत बढ़ने की उम्मीद जगी है. ग्रामीण क्षेत्रों में महंगाई घटने और दैनिक दिहाड़ी बढ़ने की वजह से. खपत बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. मई के दौरान देश के ग्रामीण क्षेत्रों की महंगाई दर शहरी क्षेत्रों के मुकाबले कम रही है. ग्रामीण क्षेत्रों में रिटेल महंगाई दर 4.17 फीसद थी जबकि शहरी क्षेत्रों में यह दर 4.27 फीसद थी.. जून के दौरान भी ग्रामीण महंगाई में कमी की उम्मीद है. वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि ग्रामीण क्षेत्रों में औसत दिहाड़ी में 20-30 बेसिस प्वाइंट बढ़ोतरी हो सकती है. ग्रामीण दिहाड़ी बढ़ने और महंगाई में कमी से खपत बढ़ने की उम्मीद है.
वित्तवर्ष 2023-24 के लिए पेश हुए बजट में. सरकारी कंपनियों के विनिवेश से कमाई के लिए तय 51000 करोड़ रुपए के लक्ष्य को हासिल करने के लिए. सरकार 5 सरकारी कंपनियों में ऑफर फर सेल के जरिए हिस्सा बेच सकती है. रिपोर्ट में सरकारी अधिकारी के हवाले से कहा गया है. कि रेलवे, खनन और उर्वरक मंत्रालय के दायरे में आने वाली कंपनियों में सरकार हिस्सा बेच सकती है.
इनके अलावा अन्य खबरों के विश्लेषण के लिए देखिए ‘मनी सेंट्रल’ का ये एपिसोड.
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