सरकार ऐसे अवैध दूरसंचार सेटअप को बंद कर रही है जो किसी भी तरह के आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं . संचार राज्य मंत्री श्री देवूसिंह चौहान ने लोकसभा में एक लिखित जवाब में बताया कि सरकार अवैध दूरसंचार सेटअप का पता लगा रही है. इन अवैध सेटअप का उपयोग भारतीय नंबरों से फर्जी तरीके से अंतरराष्ट्रीय कॉल करने के लिए किया जाता है. इतना ही नहीं, इस तरह के कॉल्स का उपयोग राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों, साइबर-अपराधों और वित्तीय धोखाधड़ी आदि के लिए किया जा रहा है.
अवैध दूरसंचार सेटअप पर सरकार का शिकंजा
सरकार फेक कॉल्स को रोकने के लिए फर्जी मोबाइल कनेक्शन और सेटअप पर शिकंजा कस रही है. सरकार की तरफ से दिए गए आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 65, वित्त वर्ष 2022-23 में 62 और वित्त वर्ष 2021-2022 में 35 ऐसे अवैध दूरसंचार सेटअप का खुलासा किया गया है. इसके अलावा, फर्जी तरीके से आने वाली अंतरराष्ट्रीय कॉल्स को रोकने के लिए DoT ने इंटरनेशनल लॉन्ग डिस्टेंस ऑपरेटर्स (ILDO) को भारतीय लैंडलाइन नंबर हटाने का निर्देश भी दिया है. इसके अलावा, DoT फर्जी कॉल की अनुमति देने वाले ऐप्स को ब्लॉक भी कर रहा है. इस तरह के ऐप्स को गूगल प्ले स्टोर (Google Play Store) और आइओएस ऐप स्टोर (iOS App Store) पर भी ब्लॉक कर दिया गया है.
67 लाख से ज्यादा संदिग्ध मोबाइल कनेक्शन
संचार राज्य मंत्री ने बताया कि DoT, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और फेशियल रिकॉग्निशन जैसे विकल्प का उपयोग कर रहा है. इसके तहत फर्जी दस्तावेजों से लिए गए मोबाइल कनेक्शन का पता लगाया जा रहा है. अब तक 67 लाख से ज्यादा संदिग्ध मोबाइल कनेक्शन का पता लगाया गया है, जिनमें से ऐसे 55.52 लाख मोबाइल नंबर जो ग्राहकों द्वारा दोबारा वेरीफाई नहीं किये जा सके उन्हें बंद कर दिए गए हैं. विभाग ने ऐसे मोबाइल कनेक्शन बेचने वाले लगभग 70,000 से अधिक प्वाइंट ऑफ सेल्स (सिम एजेंट) को ब्लैकलिस्ट कर दिया है. करीब 1890 से अधिक प्वाइंट ऑफ सेल (पीओएस) के खिलाफ 365 एफआईआर भी दर्ज की गई है. देवूसिंह चौहान ने बताया कि 1,31,961 मोबाइल हैंडसेट या तो नकली/जाली दस्तावेजों के साथ लिए गए या इन मोबाइल हैंडसेट का उपयोग साइबर-अपराध/वित्तीय धोखाधड़ी में किया जा रहा था, जिसे सख्ती से ब्लॉक कर दिया गया है.
संचार साथी पोर्टल लॉन्च
दूरसंचार विभाग ने आम लोगों के हित में ‘संचार साथी पोर्टल’ (www.sancharsathi.gov.in) लॉन्च किया है. यह पोर्टल नागरिकों को भारतीय कॉलिंग लाइन पहचान (सीएलआई) के साथ प्राप्त अंतरराष्ट्रीय कॉल की रिपोर्ट करने के अलावा उनके नाम पर कितने सिम कार्ड हैं, किस तरह के डॉक्युमेंट्स लगाए गए हैं, इसकी जानकारी मिलेगी. दूरसंचार विभाग द्वारा ऐसे 13.08 लाख मोबाइल कनेक्शन काट दिए गए हैं.
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