घरेलू विमानन कंपनियों के लिए नई विदेशी उड़ानें शुरू करना नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने अब आसान बना दिया है. अब घरेलू एयरलाइनों के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की तैयारियों की चेकलिस्ट में सिर्फ़ 10 बिंदु रह गए हैं जो पहले 33 हुआ करते थे. इन सभी 10 बिंदुओं की शर्तों को पूरा करने वाली घरेलू विमान कंपनियां अपने नेटवर्क का नए स्थानों तक विस्तार कर सकेंगी.
विमानन नियामक ने कहा, ”डीजीसीए एक नए विदेशी स्थान के लिए उड़ानों की संचालन की अनुमति देने से पहले भारतीय एयरलाइन ऑपरेटरों की तैयारियों के स्तर की जांच करने के लिए मूल्यांकन करता है. इस तरह की अनुमति देने की प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए सभी हितधारकों के परामर्श से मौजूदा नियामक आवश्यकताओं की व्यापक समीक्षा की गई है और 33-बिंदु चेकलिस्ट में से सामान्य और अनावश्यक प्रावधानों को हटाते हुए इसे सिर्फ 10-बिंदु चेकलिस्ट कर दिया गया है.’
क्या होगा फायदा?
डीजीसीए के इस कदम से ऑपरेटरों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले दस्तावेजों में कमी आएगी. दरअसल नई चेकलिस्ट में एयरलाइन के सीईओ की ओर से DGCA को एक अंडरटेकिंग प्रस्तुत करने की आवश्यकता जैसे कई अनावश्यक प्रावधानों को ख़त्म कर दिया गया है. हालांकि प्रासंगिक अधिनियमों और मॉन्ट्रियल कन्वेंशन, 1999 के प्रावधानों के अनुसार अपनी देयता को कवर करने वाली बीमा पॉलिसी प्रस्तुत करने के लिए एयरलाइंस की आवश्यकता जैसी प्रमुख सुरक्षा आवश्यकताओं को बरकरार रखा गया है. डीजीसीए की इस पहल से विदेश यात्रा के लिए ज्यादा विकल्प मिलेंगे जिससे किराए में भी कमी आने के आसार.
बता दें इंडिगो अगस्त में अफ्रीका और मध्य एशिया में छह नई जगहों के लिए सीधी उड़ानें शुरू करना चाहता है, वहीं एयर इंडिया यूरोप, पश्चिम एशिया और अमेरिका के लिए उड़ानें बढ़ाना चाहती है. वहीं अकासा एयर दिसंबर में पहली बार अपनी अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की तैयारी कर रही है. अब इन सब के लिए काफ़ी आसानी हो जाएगी.