अगर आप भी ई–ट्रेडिंग (e-trading) करते हैं तो आपके लिए जरूरी खबर है. भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) समय–समय पर ई–ट्रेडिंग ऐप्स (ETP) को लेकर चेतावनी जारी करता रहता है. रिजर्व बैंक की आपत्ति के बावजूद कई इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म अब भी भारत में चल रहे हैं. रिजर्व बैंक ने कई प्लेटफॉर्म को लेकर अलर्ट भी किया है, लेकिन इसके बावजूद भारत में काम कर रहे ऐप स्टोर्स ने उन्हें अपने प्लेटफॉर्म से नहीं हटाया है. रिजर्व बैंक ने पिछले साल इस तरह के ट्रेडिंग ऐप्स की लिस्ट भी जारी की थी.
केंद्रीय बैंक ने दी चेतावनी
केंद्रीय बैंक बार–बार अलर्ट करते हुए कह रहा है कि आप सभी अनधिकृत ईटीपी पर विदेशी मुद्रा लेनदेन न करें या इस तरह के अनधिकृत लेनदेन के लिए धन जमा न करें. केवल अधिकृत प्लेटफ़ॉर्म पर ही विदेशी मुद्रा लेनदेन करें. सभी कंपनियों को केवल आरबीआई या मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे एनएसई, बीएसई और मेट्रोपॉलिटन स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड की तरफ से विदेशी मुद्रा में सौदा अधिकृत ईटीपी पर ही किया जाना चाहिए. दरअसल, अब तक इन्हें बंद करने के लिए कोई सरकारी आदेश नहीं आया है, ये भी एक बड़ी वजह है कि ऐप स्टोर्स आरबीआई की आपत्ति को अनदेखा कर रहे हैं.
केंद्रीय बैंक ने जारी की लिस्ट
इससे पहले सितंबर 2022 में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने अनाधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म (ETPs) से विदेशी मुद्रा लेनदेन को लेकर चेतावनी जारी करते हुए 34 फॉरेक्स ट्रेडिंग ऑनलाइन प्लेटफॉर्म को अवैध घोषित किया था. ये प्लेटफ़ॉर्म फेमा के तहत भी अधिकृत नहीं थे और न ही अपनी वेबसाइट पर विदेशी मुद्रा लेनदेन के लिए इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म संचालित करने के लिए अधिकृत थे. इसके बाद इस साल फरवरी में आरबीआई ने 48 अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म की एक लिस्ट निकाली थी, जो ट्रेडिंग ऐप्स फेमा नियमों का उलंघन करते हैं. लेकिन केंद्रीय बैंक की बार बार की चेतावनी के बावजूद ऐप स्टोर्स से इस तरह के ऐप हटाए नहीं गए हैं.