मध्य पूर्व में तनाव का असर कच्चे तेल की कीमतों पर दिखाई पड़ रहा है. ऐसी आशंका जताई जा रही है कि इजराइल और गाजा के बीच चल रहा संघर्ष मध्य पूर्व में फैल सकता है जिसकी वजह से मध्य पूर्व से कच्चे तेल की सप्लाई प्रभावित हो सकती है. यही वजह है कि कच्चे तेल की कीमतों में मजबूती दर्ज की जा रही है. शुक्रवार को डब्ल्यूटीआई क्रूड दिसंबर वायदा करीब 1 फीसद की तेजी के साथ 89 डॉलर प्रति बैरल और ब्रेंट क्रूड वायदा करीब 1 फीसद बढ़कर 93 डॉलर प्रति बैरल के ऊपर कारोबार कर रहा है. बता दें कि अमेरिका के द्वारा वेनेजुएला के खिलाफ कच्चे तेल को लेकर प्रतिबंधों में ढील दिए जाने के बाद कीमतों में करीब 2 फीसद की गिरावट देखने को मिली थी. हालांकि मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने की आशंका से कीमतों में फिर से रिकवरी देखने को मिली है.
इजरायली सैनिकों द्वारा जमीनी हमले की योजना से मध्य पूर्व में संघर्ष फैलने की आशंका बढ़ गई है जिससे विदेशी बाजार में कच्चे तेल में लगातार दूसरे हफ्ते मजबूती देखने को मिल सकती है. जानकारों का कहना है कि इस हफ्ते के आखिर में आईडीएफ (इज़राइल रक्षा बल) गाजा में जमीन के रास्ते प्रवेश कर सकता है, जिससे तनाव बढ़ने की आशंका है. मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने पर कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी हो सकती है.
गाजा सीमा पर एकत्र हुए सैनिकों से इज़रायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा है कि वे सभी जल्द ही फिलिस्तीन के इलाके को भीतर से देख सकेंगे और जिससे इस बात के साफ संकेत मिलते हैं कि जमीनी आक्रमण जल्द हो सकता है. दूसरी ओर पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका ने यमन से इजराइल की ओर दागी गई मिसाइलों को रोक दिया है. दुनिया के शीर्ष कच्चा तेल उत्पादक सऊदी अरब और रूस द्वारा साल के अंत तक सप्लाई में कटौती बढ़ाए जाने और खासकर संयुक्त राज्य अमेरिका में स्टॉक कमजोर रहने की वजह से चौथी तिमाही में घाटा बढ़ने के पूर्वानुमानों से भी तेल की कीमतों को सपोर्ट मिला है.