बरसात के मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया जैसे संक्रामक रोग फैल रहे हैं. जिसके चलते लोगों को सर्दी, जुकाम, सिर दर्द जैसी समस्याएं हो रही हैं. इससे बचने के लिए ज्यादातर लोग बिना डॉक्टर की सलाह के मेडिकल स्टोर से एस्पिरिन (Aspirin) और आईब्रुफेन (Ibuprofen) जैसी दर्द निवारक दवाइयां खरीद लेते हैं, लेकिन अब बिना डॉक्टर के पर्चे के ये दवाइयां आपको नहीं मिलेंगी. दरअसल दिल्ली सरकार के औषधि नियंत्रण विभाग ने शहर के सभी केमिस्ट मालिकों को ये दोनों दवाइयां बिना डॉक्टर की सलाह के न बेचने को कहा है. आदेश का उल्लंघन करने पर दवा विक्रेता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई भी की जा सकती है.
विभाग ने केमिस्ट दुकान मालिकों को इन दर्द निवारक दवाओं का रिकॉर्ड रखने की भी सलाह दी है. इस सिलसिले में एक एडवाइजरी भी जारी की गई है, जिसमें बरसात के मौसम में डेंगू और चिकनगुनिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों की घटनाएं बढ़ने की बात कही गई है. विभाग ने कहा कि Ibuprofen और डिक्लोफेनाक समूह की दवाएं खून में मौजूद प्लेटलेट्स को नुकसान पहुंचाती हैं, ऐसे में इन दवाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं बेचा जा सकता है.
प्लेटलेट्स पर पड़ता है असर
हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक संक्रामक रोगों से ग्रसित मरीजों के लिए एस्पिरिन और Ibuprofen जैसी दवाइयां घातक साबित हो सकती हैं. ये दवाएं, आमतौर पर दर्द और सूजन को कम करने के लिए उपयोग की जाती हैं, लेकिन इससे इंसान के शरीर में खून में मौजूद प्लेटलेट्स पर बुरा असर पड़ता है. इसलिए इन दवाओं का नियंत्रित उपयोग ही करना चाहिए. चिकित्सक की सलाह और बताए गए खुराक के आधार पर ही इसे खाना चाहिए.
जानिए कितने आए डेंगू, मलेरिया के मामले
नगर निगम की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल जुलाई के मध्य तक दिल्ली में डेंगू के 160 से अधिक मामले सामने आए हैं, जो 2018 के बाद से इस अवधि के लिए सबसे अधिक है. वहीं एमसीडी की ओर से जारी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इसी अवधि में मलेरिया के 54 मामले दर्ज किए गए हैं.