अब ऑनलाइन सामान मंगाना पड़ सकता है. देश की दिग्गज ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन अपने सेलर फीस में बदलाव कर रही है. 7 अप्रैल से अपने मार्केटप्लेस ‘अमेजन डॉट इन’ पर विक्रेताओं के लिए अपने फीस स्ट्रक्चर को संशोधित करेगी. इसमें रेफरल शुल्क, क्लोजिंग फीस और वेट मैनेजमेंट फीस के अलावा और भी कई तरह के चार्जेज शामिल हैं. कंपनी के इस बदलाव का असर प्रोडक्ट्स की कीमत पर पड़ेगा. कंपनी ने एक अधिसूचना जारी कर इसकी जानकारी दी है.
अमेजन के इस बदलाव से सेलर्स को बड़ा झटका लगा है. कंपनी के इस फैसले से आने वाले समय में कई सामानों के दाम बढ़ सकते हैं. हालांकि कई सामानों पर रेफरल शुल्क कम किया जाएगा. अमेजन ने अपने अधिसूचना में बताया है कि रिवाइज्ड फीस स्ट्रक्चर कई कैटेगरीज पर लागू किए जाएंगे.
किस सेगमेंट में कितनी बढ़ोतरी?
प्रमुख सेग्मेंट्स में कुल कमीशन बढ़ोतरी 10-30 फीसद के बीच है. ब्यूटी प्रोडक्ट्स और व्यक्तिगत इस्तेमाल की चीजों में बाकि कैटेगरी की अपेक्षा अधिक बढ़ोतरी दिख रही है. पर्सनल केयर के प्रोडक्ट की सेलर फीस पहले 7.5 रुपए थी जो अब इस बदलाव के बाद बढ़कर 7.5 से 11 फीसद के बीच हो जाएगी. वहीं, साबुन और क्रीम आदि ब्यूटी प्रोडक्ट्स की सेलर फीस 2.5 से 8 फीसद के बीच थी जो बढ़कर 6 से 9.5 फीसद के बीच हो जाएगी. वहीं, टेबलेट्स की सेलर फीस 6 फीसद ए बढ़कर 6 से 9 फीसद हो सकती हैं. किराना और खाने की चीजों पर चार्जेज 6 फीसद से बढ़कर 9 फीसद तक हो सकती हैं. ऐसे प्रोडक्ट जो 5 फीसद से शुरू होते थे अब उन पर 10 फीसद चार्जेज होंगे. ऐसे में जाहिर है कि सेलर्स अब प्रोडक्ट की कीमतों में बढ़ोतरी कर सकते हैं.
क्यों हो रहे बदलाव?
कंपनी ने कहा कि ये सभी केटेगरी में ये बदलाव महंगाई, ब्याज दरों और और संचालन कॉस्ट जैसे कारणों से किया जा रहा है. कंपनी ने बताया है कि कपड़ों, घर के साज सज्जा जैसे चादर, कुशन कवर और बर्तन जैसी श्रेणियों में रेफरल शुल्क कम किया जाएगा. इसके अलावा, चिमनी, वैज्ञानिक आपूर्ति, लैपटॉप बैग और टायर आदि में रेफरल शुल्क को बढ़ाया जाएगा. इतना ही नहीं, 1,000 रुपये से अधिक के सामन के लिए क्लोजिंग फीस में तीन रुपये की बढ़ोतरी की गई है जबकि वेट मैनेजमेंट के चार्ज में दो रुपये की बढ़ोतरी हुई है.