वित्तीय स्थिरता के लिए 2021 में इन बातों का रखें खास ध्यान

Personal Finance: साल 2020 निवेशकों के लिए धैर्य, अनुशासित रहने और अनिश्चितताओं से निपटने के बीच सफलता हासिल करने की सीख देता है.

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Pic Courtesy: Pixabay,

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साल 2020 ने तमाम चुनौतियों के बीच हमारे काम करने, जीने और निवेश करने का तरीका बदल दिया. वैश्विक तौर पर ये बेहद कठिन साल था, इसने हमें जिंदगी के हिसाब से बेहद जरूरी सीख दी, जिन्हें हमें आगे भी अपनाने की जरूरत है.

जब निवेश की बात आती है, तो साल 2020 उल्लेखनीय घटनाओं से भरा रहा, जो भविष्य में पर्सनल फाइनेंस (Personal Finance) को आकार देने वाला था. मेरा व्यक्तिगत रूप से मानना है कि यह साल निवेशकों के लिए धैर्य, अनुशासित रहने और अनिश्चितताओं से निपटने के बीच सफलता हासिल करने की सीख देता है.

कुवेरा इन्साइट्स स्टेट फाइनेंस रिपोर्ट 2020-21 के मुताबिक उन सभी विशेष घटनाओं की लिस्टिंग करता है जो फाइनेंशियल मार्केट (Financial Market) को पूरे साल के लिए आशावादी और निवेशक के हिसाब से सकारात्मक बनाता है. आर्थिक मंदी के बावजूद, जो वैश्विक महामारी का एक स्पष्ट परिणाम है, 2020 भारत में पर्सनल फाइनेंस (Personal Finance) के लिए विशिष्ट स्थान है.

तमाम अप्रत्याशित आर्थिक रुकावटों के बावजूद, देश ने विदेशी निवेशकों की सबसे ज्यादा आमद देखी है. निवेशकों के पास ज्ञान है, वो अपने निवेश के भविष्य के मालिक हैं और जोखिमों के बारे में सचेत हैं.

लगभग सभी एसेट क्लास (Asset Class) ने 2020 में निर्णायक रिकवरी की है. जैसे स्टॉक मार्केट (Stock Market) साल के अंत तक अपने सबसे उच्च स्तर पर पहुंचा. बढ़ती तकनीक को अपनाने के कारण आईटी स्टॉक्स (IT Stocks) ने शानदार वापसी की. कोरोना के चलते फार्मास्युटिकल सेक्टर (Pharma Sector) ने काफी बेहतर रिजल्ट दिया. हमने गोल्ड की शानदार परफॉर्मेंस को देखा कि उसमें 24% का रिटर्न दर्ज हुआ. गर्वनमेंट बॉन्ड में 10% का इजाफा दर्ज हुआ. एसेट क्लास के लिए बीता साल अच्छा रहा.

दुनिया की सबसे लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) ने अपने सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंचकर 300% का मुनाफा दिया. म्यूचुअल फंड ने अपने AUM चार्ट को साल के अंत तक बढ़े हुए प्रवाह के साथ सबसे ऊपर रखा. लेकिन बीता साल बैंकिंग और क्रेडिट रिस्क फंड, फार्मा फंड और इंटरनेशनल फंड्स के हिसाब से रिटर्न देने में नाकाम साबित हुआ.

जून 2020 में सिस्टेमेटिक प्लान (SIP) के हिसाब से सबसे कम निवेश दर्ज हुआ लेकिन कोविड के जाने के साथ दिसंबर में 8,418 करोड़ रुपये पर समाप्त हुआ.

निवेश के नए मॉडल ने निवेशकों के व्यवहार को बदलकर रख दिया है, कई रेगुलेटर्स ने निवेश में किसी भी अड़चन को कम करने के उद्देश्य से पर्सनल फाइनेंस (Personal Finance) और निवेश बढ़ाने में बेहद योगदान दिया है.

‘ईज ऑफ एक्सेस’ (Ease Of Access) अकेले रोबो-एडवाइजर से संचालित है और पर्सनल फाइनेंस ऐप्स (Personal Finance)  ने यह सुनिश्चित किया है कि युवाओं ने अपने फाइनेंस ज्ञान को बढ़ाने के लिए लॉकडाउन के समय का उपयोग किया और निवेश में हाथ आजमाया. Kuvera.in ऐप पर अकेले महिला निवेशकों की संख्या 19% से बढ़कर  27% हुई है.

बीते साल लोगों ने हेल्थ इंश्योरेंस की जरूरतें, इमरजेंसी फंड्स और अनुशासित निवेश की अहमियत को भी सीखा है.

2021 के लिए क्या सीखा?

कोरोना वायरस की वैक्सीन की लॉन्चिंग के साथ इस साल की शुरुआत अच्छी खबर से हुई है. कोविड वैक्सीन के लिए बजट में हुए प्रावधान से देश का वैक्सीन मार्केट, फार्मा सेक्टर में अच्छा प्रदर्शन करेगा. ट्रेवल, रिटेल और रियल स्टेट जैसे सेक्टरों में भी महामारी के प्रकोप से निकलने की उम्मीद है.

बजट में बड़े ऐलान हुए हैं जैसे – 75 साल से ज्यादा उम्र वाले लोगों को टैक्स रिटर्न में छूट, 6 साल पुराने टैक्स केस खोलने की मियाद को घटाकर 3 साल करना, ब्याज आय और लिस्टिंग प्रतिभूतियों से पूंजीगत लाभ (Capital Gain) का ITR में प्रीफील्ड, 2.5 लाख रुपये से अधिक के प्रॉविडेंट फंड पर टैक्स आदि शामिल हैं.

कॉरपोरेट्स का वर्क फ्रॉम होम में इजाफा करने से कामगारों को अपने घर वापस जाकर काम करने की आजादी मिलेगी जिससे टियर -2 और टियर-3 शहरों में बेहतर अवसर मिलेंगे.

मेरे नजरिए से टियर-2 और टियर-3 में खर्च शक्ति में सुधार होगा. अगर उन्हें फाइनेंशियल इनवेस्टमेंट (Financial Investment) को लेकर साक्षर बनाया जाए तो काफी असर देखने को मिलेगा. पहले की तुलना में हेल्थ इंश्योरेंस को लेकर लोगों में जागरुकता आई है.

इस साल महंगाई के दबाव के कारण एक तार्किक सुधार देखने को मिल सकता है, क्योंकि अधिक तरलता को समाप्त किया जा रहा है. निवेश की एक रणनीति बनाना, गोल-आधारित एसेट आवंटन पर जोर, इमरजेंसी फंड्स को बनाए रखना और धीरे-धीरे एसआईपी (SIP) के जरिए निवेश करना सबसे अच्छा विकल्प है.

(लेखक Kuvera.in के फाउंडर और CEO हैं)

Disclaimer: कॉलम में व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं. लेख में दिए फैक्ट्स और विचार किसी भी तरह Money9.com के विचारों को नहीं दर्शाते.

Published - February 13, 2021, 04:18 IST