होम लोन मुहैया कराने वाले दिग्गज बैंकों और NBFCs जैसे SBI, कोटक महिंद्रा बैंक, HDFC और ICICI बैंक ने एक के बाद एक करके होम लोन पर ब्याज दरों में कटौती की है. इससे घर खरीदना और आसान हो गया है क्योंकि अब होम लोन (Home Loan) पर दरें दो दशकों के निचले स्तर पर आ गई हैं. इसके साथ ही प्रॉपर्टी की कीमतों में भी कुछ सालों से गिरावट देखने को मिली है – हालांकि कुछ दिनों से कीमतों में बढ़त आई है.
इस पृष्ठभूमि के साथ आम सलाह ये मिलेगी कि ये घर खरीदने के लिए बेहतरीन मौका है. घर खरीदना अक्सर एक बड़ा लक्ष्य हासिल करने जैसा है और अगर आप कम उम्र में ही घर खरीदने में कामयाब होते हैं तो इसे एक सफलता के रूप में देखा जाता है. हालांकि, अगर आप युवा हैं और करियर में सही चल रहे हैं तो आपको ये सवाल जरूर पूछना चाहिए कि क्या घर खरीदने का कदम उठाने के लिए ये सही समय है? क्या घर खरीदना आपको एक ऐसे बोझ के साथ बांध देगा जो आप अभी लेना नहीं चाहते?
करियर की शुरुआत में ही घर खरीदना फाइनेंशियली एक गलत फैसला हो सकता है.
स्थिरता की कमी जब आप अपने करियर की शुरुआत में होते हैं तो स्थिरता की कमी रही है. फाइनेंशियल स्थिरता के अलावा आपके शहर बदलना पड़ सकता है या फिर नई नौकरी के लिए ही शहर बदलने की जरूरत पड़ सकती है. उदाहरण के तौर पर, बड़ी संख्या में युवा वर्कफोर्स को अचानक वर्क फ्रॉम होम की वजह से अपने घर शिफ्ट होना पड़ा है. कुछ अपने पहले के शहर में लौट सकते हैं तो वहीं कई अपने मूल शहर में ही रुकने का फैसला ले सकते हैं. ऐसे समय में घर कहां खरीदना चाहिए ये फैसला लेना मुश्किल हो जाता है और बेहतर होता है कि इसके लिए कुछ समय दिया जाए.
दोगुना आउटफ्लो घरों के ऊंचे दाम के दौर में होम लोन (Home Loan) से बचा नहीं जा सकता. अगर आप किसी एक शहर में घर खरीद रहे हैं लेकिन कुछ समय बाद किसी और शहर में करियर में बेहतर मौके के लिए किसी दूसरे शहर में शिफ्ट होते हैं तो कैश आउटफ्लो बढ़ जाएगा. पहला हर महीने की होम लोन के EMI के लिए, और दूसरा काम के लिए शिफ्ट हुए शहर में किराया. ये बड़ी ही दुविधा होगी जब आप अपने होम लोन वाले घर पर अच्छा किराया ना कमा सकें.
जरूरत का बदलना जब आप अविवाहित होते हैं तब आप अपनी जरूरतों के हिसाब से घर खरीदते हैं. पर जब आपकी शादी हो जाए और बच्चों के साथ परिवार भी बड़ा हो, तो जरूरतें बदल जाती हैं. अकेले होने पर आप कमर्शियल हब के करीब घर लेना पसंद करेंगे ताकि घर और ऑफिस के बीच आने-जाने का समय घट सके. लेकिन जब शादी हो जाए और बच्चे हों तब आप स्कूलों के नजदीक शांत रेजिडेंशियल जगह तलाशते हैं ताकि परिवार को एक बेहतर लाइफस्टाइल दे सकें. अगर आप करियर में जल्दी ही घर खरीद लेते हैं और वो आपके परिवार की जरूरतों को पूरा नहीं करता तो आपके इसे बाद में बेचना पड़ सकता है. इससे काफी समय और मेहनत लग सकती है – इस बीच आपपर ट्रांजैक्शन का खर्च भी लगेगा.
जॉइंट ओनरशिप के फायदे अक्सर आपकी जरूरत के मुताबिक बड़े घर के लिए जितनी रकम चाहिए उतने के लिए होम लोन (Home Loan) आपके करियर के शरुआती दौर की सैलरी पर नहीं मिल पाता. अगर आप कुछ साल इंतजार करें तो आपकी सैलरी बेहतर होगी और आप बड़ा घर ले पाएंगे. साथ ही, अगर आपकी शादी होती है तो आप दोनों लोगों की सैलरी को एक साथ जोड़कर बड़े घर के लिए लोन ले पाएंगे. इसके अलावा, पति-पत्नी दोनों की आय होने पर होम लोन चुकाना ज्यादा आसान होगा.
क्या करना सही होगा? अगर आप अपने करियर में स्थिरता के दौर में नहीं पहुंचे तो आपको घर खरीदने की जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए. अपने करियर ग्रोथ और नौकरी पर फोकस करने की कोशिश करें. लेकिन आपको घर खरीदने की योजना जरूर बनानी चाहिए. इससे आप डाउन-पेमेंट जमा करने के लिए प्लान कर पाएंगे. 3 साल के अंदर घर खरीदने का मन बना रहे हैं तो मनी मार्केट फंड्स और फिक्स्ड डिपॉजिट में आप पैसे बचा सकते हैं. जितना ज्यादा आप बचा पाएंगे उतना ही जरूरत के मुताबिक बेहतर घर की तलाश कर पाएंगे.
(लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं, कॉलम में व्यक्त किए गए विचार लेखक के हैं. लेख में दिए फैक्ट्स और विचार किसी भी तरह Money9.com के विचारों को नहीं दर्शाते.)
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