टीवी देखने के शौकीन लोगों को अगले महीने यानी फरवरी से अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ेगी. दरअसल ज़ी एंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज, सोनी पिक्चर्स नेटवर्क्स इंडिया और वायाकॉम18 जैसे प्रमुख प्रसारणकर्ता टीवी चैनल के मासिक पैक की कीमत बढ़ाने वाले हैं. इससे उपभोक्ताओं को मंथली पैक लेने के लिए ज्यादा पैसे चुकाने होंगे. सूत्रों के मुताबिक कंटेट का खर्च ज्यादा होने की वजह से ब्रॉडकास्टरों ने इसकी भरपाई के लिए कीमतें बढ़ाने का फैसला किया है. नई कीमत 1 फरवरी से लागू होगी.
नेटवर्क18 और वायाकॉम18 की डिस्ट्रिब्यूटर ब्रांच इंडियाकास्ट ने अपने पोर्टफोलियो में बड़े पैमाने पर खेल से जुड़ी चीजों को जोड़ा है, इसके आधार पर ही कंपनी ने अपने पैक की कीमत 20-25% बढ़ा दी है. वहीं ज़ी ने अपने मंथली पैक की कीमत 9-10% से अधिक बढ़ा दी है, जबकि सोनी के पैक की कीमतें 10-11% बढ़ गई हैं. डिज़्नी स्टार ने अभी तक अपने नए मूल्य निर्धारण का खुलासा नहीं किया है. हालांकि बढ़ी हुई कीमतों के चलते ग्राहक नाराज न हो इसके लिए भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI) ब्रॉडकास्टर रेट कार्ड की निगरानी कर रहा है. ट्राई के सूत्रों ने संकेत दिया है कि नियामक नए टैरिफ ऑर्डर (NTO) 3.0 का अनुपालन करने के लिए ब्रॉडकास्टर पैक की जांच करेगा.
दूसरी बार बढ़ाई कीमत
ट्राई की ओर से नवंबर 2022 में एनटीओ 3.0 के लागू होने के बाद से ब्रॉडकास्टर्स ने दूसरी बार अपने पैक की कीमतें बढ़ाई हैं. वहीं एनटीओ 2.0 के कार्यान्वयन पर गतिरोध के कारण फरवरी 2023 से पहले टीवी चैनल की कीमतें लगभग तीन साल तक जमी हुई थीं. कीमतों में इजाफा, फरवरी 2023 में ब्रॉडकास्टर्स और केबल टीवी कंपनियों के बीच हुए विवाद के बाद किया गया था. नतीजतन ब्रॉडकास्टर्स ने केबल टीवी ऑपरेटरों के लिए टीवी सिग्नल बंद कर दिए थे.
पैक महंगे करने की वजह
ब्रॉडकास्टरों को अपने चैनलों के लिए ला कार्टे और पैक दोनों कीमतों की घोषणा करनी होती है, लेकिन ज्यादातर उपभोक्ता खर्च बचाने के लिए पैक लेना पसंद करते हैं. उद्योग के अधिकारियों का कहना है कि Viacom18 की मूल्य वृद्धि का कारण खेल अधिकारों में 34,000 करोड़ से अधिक का निवेश है, जिसमें इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) डिजिटल अधिकार, बीसीसीआई मीडिया अधिकार, क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका मीडिया अधिकार और ओलंपिक 2024 शामिल हैं. वायाकॉम18 के बीसीसीआई से जुड़ने के कारण सब्सक्रिप्शन राजस्व में दोहरे अंक की वृद्धि का लक्ष्य बना रहा है. वहीं सोनी और ज़ी ने महंगाई के चलते ऐसा किया है.