रिजर्व बैंक की ब्याज दरों को लेकर चल रही MPC की अहम बैठक के बीच महंगाई के मोर्चे पर एक अच्छी खबर आई है. लगातार बढ़ रही महंगाई के बीच जनवरी में खाने-पीने की चीजों की कीमत में गिरावट दिखी और इस वजह से आम लोगों के भोजन की थाली सस्ती हो गई है. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी ने ताजा रिपोर्ट जारी की है. इस रिपोर्ट के अनुसार, जनवरी में शाकाहरी थाली की कीमत में लगभग 2 रुपये की गिरावट आई है जिसके बाद इसकी कीमत कम होकर 28 रुपये पर आ गई है. दिसंबर 2023 में वेज थाली की कीमत 29.7 रुपये थी.
क्यों सस्ती हुई थाली?
क्रिसिल के अनुसार, यह गिरावट इसलिए आई है क्योंकि जनवरी में प्याज और टमाटर की कीमतें घटी हैं. क्रिसिल का कहना है कि जनवरी महीने में प्याज की कीमतें महीने भर पहले की तुलना में 26 फीसद कम हुई हैं, जबकि टमाटर के भाव में भी 16 फीसद की गिरावट आई है. गौरतलब है कि प्याज पर निर्यात की पर पाबंदियां लगा दी गई है जिसके चलते घरेलू बाजार में आपूर्ति सुधर गई है. दूसरी तरफ, उत्तर और पूर्वी राज्यों से नई आपूर्ति के कारण टमाटर की कीमत सस्ती हुई है.
पिछले साल के मुकाबले अब भी कीमतें ज्यादा
नए साल के पहले महीने में खाने की वस्तुएं सस्ती होने के चलते शाकाहारी थाली की कीमत में गिरावट जरुर देखी गई है लेकिन पिछले साल इस महीने की तुलना में इसकी कीमत अब भी ज्यादा है. पिछले साल यानी 2023 में जनवरी में वेज थाली की कीमत 26.6 रुपये थी. शाकाहारी थाली की कीमतें बढने की वजह प्याज, टमाटर के साथ-साथ दाल, चावल की बढ़ी कीमतें भी हैं. क्रिसिल के अनुसार, पिछले साल यानी जनवरी 2023 की तुलना में जनवरी 2024 में प्याज की कीमतें 35 फीसद ज्यादा रही हैं जबकि टमाटर के भाव इस साल सालाना आधार पर 20 फीसदी ज्यादा रहे हैं. जनवरी 2023 की तुलना में जनवरी 2024 में दाल और चावल की कीमतें भी ज्यादा रही हैं. यही वजह है कि जनवरी 2024 में शाकाहारी थाली की कीमतें कम होने के बावजूद पिछले साल जनवरी के मुकाबले इस जनवरी अब भी थाली महंगी है.
इतनी सस्ती हुई मांसाहारी थाली
नॉनवेज थाली की कीमतें सालाना और मासिक दोनों ही आधार पर कम हुए हैं. इस साल जनवरी में मांसाहारी थाली की औसत कीमतें 52 रुपये रही हैं, जबकि दिसंबर 2023 में इसकी कीमतें 56.4 रुपये रही थीं. पिछले साल के इसी महीने यानी जनवरी 2023 में इसके भाव 59.9 रुपये थे.
रिजर्व बैंक की अहम बैठक जारी
गौरतलब है कि क्रिसिल की यह रिपोर्ट ऐसे समय आई है, जब ब्याज दरों को लेकर रिजर्व बैंक की नीतिगत बैठक चल रही है. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की साल 2024 की पहली और वित्त वर्ष 2023-24 की बैठक 6 फरवरी को शुरू हुई है और इसके नतीजे 8 फरवरी को सामने आने वाले हैं.