अमेरिकी एसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) वैनगार्ड ने राइडिंग प्लेटफॉर्म ओला की मूल कंपनी एएनआई टेक्नोलॉजीज की वैल्यूएशन यानी मूल्यांकन में लगातार तीसरी बार कटौती की है. इससे ओला की वैल्यूएशन लगभग 1.9 अरब डॉलर हो गई है, जो दिसंबर 2021 में 7.3 अरब डॉलर थी. ओला ने 2021 दिसंबर को आईआईएफएल, एडलवाइस पीई और अन्य के जरिए 139 मिलियन डॉलर जुटाए थे, जो इस बार करीब 74 फीसद कम है. यह जानकारी नई रेगुलेटरी फाइलिंग से मिली.
पिछले साल मई में वैनगार्ड ने कहा था कि कंपनी का मूल्यांकन 4.8 अरब डॉलर था और फिर अगस्त 2023 में ओला की वेल्यूएशन घटाकर 3.5 अरब डॉलर कर दी गई थी. यूएस-आधारित एएमसी ने 2020 और 2021 में भी ओला की वैल्यूएशन घटाई थी. आंकड़ों के अनुसार, वैनगार्ड के पास एएनआई टेक्नोलॉजीज के 166,185 शेयर हैं, जो ओला में लगभग 0.7 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है. पिछले वित्तीय वर्ष में एएनआई टेक्नोलॉजीज के शुद्ध घाटा कम करने के बावजूद ये अभी उबर नहीं पाया है. कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 में 772 करोड़ रुपये का शुद्ध घाटा दर्ज किया, जबकि वित्त वर्ष 2022 में 1,522 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था. वहीं, इसका कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू साल-दर-साल लगभग 42 प्रतिशत बढ़कर 2,799 करोड़ रुपए हो गया.
पिछले कुछ महीनों में सभी निवेशक स्टार्टअप कंपनियों की वैल्यूएशन में बदलाव कर रहे हैं. हाल ही में इनवेस्को ने स्विगी की वैल्यूएशन 8.3 अरब डॉलर तक बढ़ा दी है, जो इसमें लगातार दूसरी बढ़ोतरी है. रिपोर्ट के अनुसार पिछले महीने फिडेलिटी ने भी मीशो की वैल्यूएशन 5 अरब डॉलर से घटाकर 4.1 अरब डॉलर कर दी. जबकि पाइन लैब्स का मूल्यांकन 31 अक्टूबर, 2023 तक 3 अरब डॉलर था, जो 31 अगस्त, 2023 को इसके मूल्यांकन 4.7 अरब डॉलर से कम था.