फेडरल रिजर्व ने दो दिवसीय ओपन मार्केट कमेटी की बैठक के बाद बुधवार को ब्याज दरों का ऐलान किया. फेड ने इस बार भी ब्याज दरों में कोई बदलाव न करते हुए इसे स्थिर रखा है. ये ऐसा पांचवी बार है जब फेडरेशन ने इसमें किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया है. हालांकि पॉलिसी मेकर्स का मानना है कि 2024 के आखिर तक ब्याज दरों में तीन कटौती की जा सकती है. नीति निर्माताओं को उम्मीद है कि भविष्य में ब्याज दरों में तीन बार में 0.75 की कटौती होगी.
फेडरल रिजर्व ने मार्च नीति के लिए ब्याज दरों को लगभग 5.3 प्रतिशत पर स्थिर रखा है. उनका अनुमान है कि महंगाई कम होने से साल के अंत तक उधार लेने की लागत कुछ हद तक कम हो जाएगी. फेड अधिकारियों ने बताया कि 2% महंगाई लक्ष्य के हिसाब से इस बार प्रदर्शन अच्छा रहा है, इसके बावजूद महंगाई अभी हाई पर है जिसके चलते ब्याज दरों में बदलाव न करने का निर्णय लिया गया है. फेडरल रिजर्व ने क्वार्टरली इकोनामिक प्रोजेक्शन में पर्सनल कंजप्शन एक्सपेंडिचर प्राइस इंडेक्स को दिखाया, जिसमें फूड और एनर्जी को छोड़कर व्यक्तिगत उपभोग व्यय मूल्य सूचकांक वर्ष के अंत तक 2.6% की दर से बढ़ रहा है, जबकि जारी किए गए अनुमानों में यह 2.4% था.
नीति दर में आएगी गिरावट
फेड के 19 अधिकारियों में से 10 को अभी भी लगता है कि इस साल के अंत तक नीति दर में कम से कम तीन-चौथाई प्रतिशत की गिरावट आएगी. दिसंबर में ग्यारह अधिकारियों ने इस वर्ष के लिए तीन चौथाई-प्रतिशत-अंक की कटौती का अनुमान लगाया था. हालांकि दिसंबर में अनुमानित 1.4% की तुलना में अब विकास दर 2.1% देखी जा रही है, जबकि बेरोजगारी दर वर्ष के अंत में 4% पर है, फेड ने महंगाई पर काबू पाने के लिए दो साल पहले एक आक्रामक मौद्रिक नीति चक्र शुरू किया था जो 40 साल के शिखर पर पहुंच जाएगा, लेकिन उसने पिछले जुलाई से अपनी नीति दर को 5.25% -5.50% की सीमा में रखा है. नवीनतम अनुमानों से पता चलता है कि फेड की बेंचमार्क ब्याज दर को 2025 में तीन-चौथाई प्रतिशत कम कर सकती है.
बेरोजगारी दर हुई कम
फेड ने दो दिवसीय बैठक में बताया कि नौकरी में वृद्धि मजबूत बनी हुई है और बेरोजगारी दर कम है. बेरोजगारी दर वर्ष के अंत में 4% पर देखी जा रही है, जो दिसंबर में प्रत्याशित 4.1% से कम है. वहीं फरवरी में बेरोजगारी दर 3.9% दर्ज की गई थी.