कोविड के दौरान अलग-अलग देशों में लॉकडाउन लगने की वजह से राष्ट्रीय और अंतराष्ट्रीय दोनों ही हवाई यात्राएं बुरी तरह प्रभावित हुई थीं. हालांकि बीते कुछ समय में एयरपोर्ट पर फिर पहले जैसी भीड़ देखने को मिल रही है. अब ऐसी खबरें हैं कि घरेलू हवाई यातायात फिर से कोविड से पहले वाले स्तर से आगे पहुंच सकता है. क्रेडिट रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बुधवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में घरेलू हवाई यातायात 8-13 फीसद बढ़कर 15-15.5 करोड़ तक पहुंचने की उम्मीद है. महामारी से पहले घरेलू हवाई यात्रियों की संख्या 14.12 करोड़ थी.
‘स्थिर’ दृष्टिकोण कायम
रेटिंग एजेंसी ने अगले दो वित्त वर्षों में एयरलाइन इंडस्ट्री के शुद्ध घाटे में खासी गिरावट का अनुमान जताया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि सप्लाई से जुड़ी चुनौतियां और इंजन से जुड़े मसले आने वाले समय में एयरलाइन इंडस्ट्री पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं. घरेलू और अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्री यातायात में लगातार सुधार और स्थिर लागत वातावरण के बीच इक्रा ने घरेलू एयरलाइन इंडस्ट्री को लेकर ‘स्थिर’ दृष्टिकोण कायम रखा है.
2018-19 में दर्ज उच्चतम स्तर
रेटिंग एजेंसी ने कहा कि भारतीय एयरलाइंस के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्री यातायात वित्त वर्ष 2022-23 में कोविड-पूर्व स्तर को पार कर गया था. लेकिन यह वर्ष 2018-19 में दर्ज 2.59 करोड़ के उच्चतम स्तर से पीछे था. चालू वित्त वर्ष में अंतरराष्ट्रीय यात्रियों की संख्या 2.5-2.7 करोड़ रहने की उम्मीद है.
इक्रा में कॉरपोरेट रेटिंग के उपाध्यक्ष और विमानन क्षेत्र प्रमुख सुप्रियो बनर्जी ने कहा, ‘‘विमान ईंधन (एटीएफ) की कीमतों में गिरावट और अपेक्षाकृत स्थिर विदेशी मुद्रा दरों की वजह से अनुकूल स्थिति बने रहने की उम्मीद है.’’