ज्यादातर चाइना में मैन्युफैक्चर होने वाले iPhone का उत्पादन अब भारतीय कंपनी भी करेगी. टाटा ग्रुप (Tata Group) की कंपनी Tata Electronics ने भारत में iPhone बनाने के लिए ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन (Wistron) के साथ करार किया है. करार के तहत विस्ट्रॉन ने कर्नाटक में स्थित अपने iPhone मैन्युफैक्चरिंग प्लांट को Tata Group को बेच दिया है. अब इस प्लांट से Tata Electronics लोकल और ग्लोबल मार्केट दोनों के लिए iPhone की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करेगी. शुक्रवार को इसकी जानकारी इलेक्ट्रॉनिक्स एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्टर राजीव चंद्रशेखर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दी.
चंद्रशेखर ने लिखा, “ग्लोबल इंडियन इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों के विकास में पूरी तरह से समर्थन में खड़ा है. ये उन ग्लोबल इलेक्ट्रॉनिक ब्रांड्स का समर्थन करेगा, जो भारत को अपना विश्वसनीय विनिर्माण और प्रतिभा भागीदार बनाना चाहते हैं.” इस मौके पर उन्होंने टाटा टीम को बधाई भी दी. टाटा ग्रुप की कंपनी टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (TEPL) के साथ विस्ट्रॉन इन्फोकॉम मैन्युफैक्चरिंग इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को बेचने की ये डील 125 मिलियन डॉलर यानी करीब 1000 करोड़ रुपए में हुई है. मंत्री ने यह भी कहा कि टाटा ग्रुप ढाई साल के अंदर घरेलू और ग्लोबल मार्केट के लिए भारत में एप्पल आईफोन बनाना शुरू कर देगा.
बता दें विस्ट्रॉन कॉर्प ऐपल का सप्लायर है. कंपनी ने बताया कि बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की मीटिंग में डील की मंजूरी दी गई. इसके तहत एसएमएस इंफोकॉम (SMS InfoComm) प्राइवेट लिमिटेड और विस्ट्रॉन हॉन्ग कॉन्ग लिमिटेड (Wistron Hong Kong Limited) को टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड के साथ शेयर पर्चेज एग्रीमेंट साइन करने की मंजूरी दी गई है.
दोनों कंपनियों के विस्ट्रॉन में मौजूद 100 परसेंट शेयर टाटा को मिलेंगे. इस डील के तहत Wistron की कर्नाकट फैक्टरी का अधिग्रहण टाटा ग्रुप ने किया है.
ऐपल ने आईफोन के लेटेस्ट मॉडल्स की मैन्युफैक्चरिंग भारत में शुरू कर दी है. इस बार लॉन्च हुआ iPhone 15 भी भारत में मैन्युफैक्चर हुआ है. भारत में अभी कुल ऐपल प्रोडक्ट्स की 7 फीसदी मैन्युफैक्चरिंग होती है. हालांकि अभी भी चीन ऐपल का सबसे बड़ा सप्लायर है.