सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पब्लिश होने वाले कंटेंट की जिम्मेदारी से संबंधित प्लेटफॉर्म बच नहीं सकते और उन्हें कंटेंट की जिम्मेदारी लेनी होगी. केंद्रीय आईटी और कम्युनिकेशन मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को इंडिया मोबाइल कांग्रेस के दौरान यह बयान दिया है. आईटी मंत्री का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब दुनिया के कई देशों में सोशल मीडिया कंपनियों पर पब्लिश होने वाले कंटेंट को लेकर बहस छिड़ी हुई है. आईटी मंत्री ने कहा कि प्लेटफॉर्म पर जो भी कंटेट प्रकाशित हो रहा है उसके लिए उन्हें जिम्मेदार होना चाहिए.
आईटी मंत्री ने इंटरनेट को सुरक्षित रखने के लिए प्लेटफार्मों की ओर से उठाए गए अहम उपायों के बारे में भी बात की. उन्होंने कहा कि ज्यादातर कंपनियां यह सुनिश्चित कर रही हैं कि ऐसी कोई सामग्री इंटरनेट पर न हो, जो सही नहीं है. वर्तमान में लगभग हर प्लेटफॉर्म पर एक टीम होती है जो मूल रूप से कंटेट की मॉनिटरिंग करती है. कंपनियों के पास मॉडरेटर होते हैं और वे कुछ सामग्री को हटा देते हैं जो सही नहीं है.
वैष्णव ने मॉडरेशन प्रक्रिया को और मजबूत किए जाने पर जोर दिया. उन्होंने कहा पूरी दुनिया की राय इस दिशा में है कि एक ऐसा तरीका होना चाहिए जिससे लोग, जो सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का उपयोग कर रहे हैं, वो सुरक्षित हो. उन्होंने यह भी कहा कि इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय नए नियमों पर काम कर रहा है जो सोशल मीडिया कंपनियों को प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित होने वाले डेटा के लिए अधिक जवाबदेह बनाएगा.
अश्विनी वैष्णव के बयान से पहले आईटी राज्यमंत्री राजीव चंद्रशेखर ने भी सोशल मीडिया कंपनियों को लेकर कुछ इसी तरह का बयान दिया था. दोनों मंत्रियों के बयान को अमेरिका में मेटा के खिलाफ राज्यों की तरफ से दर्ज कराए गए मुकद्दमों से जोड़कर भी देखा जा रहा है. अमेरिका के करीब 30 राज्यों ने मेटा के खिलाफ केस दर्ज किया है, मेटा पर आरोप है कि उसकी वजह से बच्चों की मानसिक सेहत बिगड़ रही है. मेटा फेसबुक और इंस्टा की पेरेंट कंपनी है.