रिलायंस और डिजनी अपने भारतीय मीडिया व्यवसायों को मर्ज करने के लिए एक डील कर रहे हैं. ऐसे में मर्जर से बनने वाली नई ईकाई की कमान रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक और चेयरपर्सन नीता अंबानी संभाल सकती हैं. उन्हें कंपनी को चेयरपर्सन बनाया जा सकता है. वहीं बोधि ट्री के प्रमोटर उदय शंकर को वाइस चेयरपर्सन बनाया जा सकता है. दोनों कंपनियों के बीच हुई इस डील का आधिकारिक ऐलान आज होने की उम्मीद है.
रॉयटर्स एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार रिलायंस के पास इसके 51% से 54%, डिज्नी के पास 40%, जबकि जेम्स मर्डोक और उदय शंकर की जॉइंट वेंचर कंपनी बोधी ट्री के पास 9% की हिस्सेदारी होगी. हालांकि ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक दोनों कंपनियों के बीच यह डील इसी हफ्ते साइन हुई है. इसमें रिलायंस के पास मर्जर वाली इकाई का 61% शेयर होगा, जबकि बाकी के 39% डिज्नी के पास रहेगा.
कितनी वैल्यूएशन पर होगी डील?
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार डिज्नी ने अपने इंडिया बिजनेस का 61% हिस्सा वायाकॉम 18 को 3.9 बिलियन डॉलर (33,000 करोड़ रुपए) की वैल्यूएशन पर बेचने पर सहमति जताई है. वायाकॉम 18 के मालिक रिलायंस के चेयरमैन मुकेश अंबानी हैं. अगर यह डील कामयाब होती है तो यह टीवी प्रसारण और स्ट्रीमिंग को कवर करने वाले देश के सबसे बड़ा मीडिया हाउस होगा.
डील के बाद कंपनियां संभालेंगी ये जिम्मेदारियां
मर्जर से बनी इकाई में स्टार प्लस, कलर्स और स्टार स्पोर्ट्स जैसे 120 से अधिक टीवी चैनल होंगे. इसके साथ ही ज्वाइंट वेंचर दो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म JioCinema और Disney+ Hotstar भी संचालित करेगी. ये भारतीय सदस्यता और विज्ञापन-आधारित वीडियो-ऑन-डिमांड सेगमेंट में एक महत्वपूर्ण हिस्सेदारी निभाएंगे. इसके अलावा दोनों कंपनियां मिलाकर इंडियन प्रीमियर लीग, आईएसएल, इंग्लिश प्रीमियर लीग, एनबीए और ओलंपिक सहित देश के सभी प्रमुख खेल टूर्नामेंटों के अधिकार भी अपने पास रखेंगे.