RBI ने 64 बैंकों और एनबीएफसी पर लगाया 74 करोड़ का जुर्माना

इसका नुकसान संस्थानों को भुगतना होगा क्‍योंकि पूंजी की लागत बढ़ जाएगी.

RBI ने 64 बैंकों और एनबीएफसी पर लगाया 74 करोड़ का जुर्माना

RBI ने वित्त वर्ष 2023-24 में कई कड़े फैसले लिए हैं. रिजर्व बैंक ने FY24 में 64 कर्जदाताओं पर 74 करोड़ रुपए का जुर्माना लगाया है. RBI की सख्ती की गाज कई बड़ी कंपनियों पर गिरी है जिसमें पेटीएम पेमेंट्स बैंक, आईआईएफएल फाइनेंस और जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स जैसे नाम शामिल हैं. निगरानी को मजबूत करने और नियामक उल्लंघनों पर नकेल कसने के लिए RBI ने अलग-अलग कंपनियों पर कार्रवाई की है.

बड़ी कंपनियों पर गिरी गाज

वित्तीय वर्ष की अंतिम तिमाही में पेटीएम पेमेंट्स बैंक, आईआईएफएल फाइनेंस और जेएम फाइनेंशियल प्रोडक्ट्स के खिलाफ RBI ने कार्रवाई की थी. हालांकि ये नियामक की ओर से लगाए गए पारंपरिक वित्तीय दंडों से हटकर थे. जुर्माने के रूप में लगाए गए दंड की संख्या और मात्रा दोनों में वृद्धि देखी गई है.

केंद्रीय बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के दौरान 64 बैंकों और एनबीएफसी पर 74.1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है. हिंदू बिजनेसलाइन में छपी खबर के मुताबिक वित्त वर्ष 2022-23 में 41 लेंडर्स पर कुल 33.1 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया था. इस डेटा में सहकारी बैंक और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक शामिल नहीं हैं.

नियमों में सख्ती

इसके अलावा, RBI ने अलग-अलग सेक्टर्स में नियमों को भी सख्त किया है. इसके तहत RBI ने कुछ अनसिक्योर्ड लोन्स पर जोखिम भार बढ़ाया है और एआईएफ निवेशों के आसपास नियमों को कड़ा किया है. RBI ने परफंक्शनरी क्रेडिट अंडरराइटिंग, कॉलेटरल के ओवरवैल्यूएशन, गवर्नेंस से जुड़े मुद्दों की चिंताओं को दूर किया है.

क्या है नुकसान

एसएंडपी ग्लोबल ने एक हालिया नोट में कहा था कि आरबीआई वित्तीय कंपनियों और बैंकों में प्रशासन और पारदर्शिता में सुधार के लिए गंभीर प्रतिबद्धता दिखा रहा है. हमारा मानना ​​है कि इसके हालिया उपाय कर्ज देने वालों के उत्साह को कम करेंगे और ग्राहकों की सुरक्षा करेंगे. इसका नुकसान संस्थानों को भुगतना होगा क्‍योंकि पूंजी की लागत बढ़ जाएगी.

35 बैंकों पर जुर्माना

वित्त वर्ष 2023-2024 में RBI ने 16 पीएसयू बैंकों, 13 निजी बैंकों, चार विदेशी बैंकों, एक स्मॉल फाइनेंस बैंक और एक पेमेंट्स बैंक सहित 35 बैंकों पर कार्रवाई की थी. इनमें 23 जुर्माने एक करोड़ रुपये या उससे ज्यादा राशि के थे.

इन मामलों से जुड़ी ज्यादातर कार्रवाइयां

वित्त वर्ष 2024 के दौरान ज्यादातर कार्रवाइयां केवाईसी पर नियामक निर्देशों का अनुपालन न करने, क्रेडिट ब्यूरो और CRILC को समय पर क्रेडिट जानकारी की रिपोर्टिंग, कर्ज और जमा पर ब्याज दरें, ग्राहक सेवा, धोखाधड़ी की निगरानी, ​​​​रिपोर्टिंग और NBFC से जुड़े खास मुद्दों से संबंधित थीं.

पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर जुर्माना

जून, 2023 में, RBI ने कुछ गलत या अधूरे डेटा बनाए रखने और ग्राहकों की शिकायत निवारण और क्रेडिट स्कोर अपडेट करने में देरी के लिए सभी चार क्रेडिट ब्यूरो पर कार्रवाई की थी. 31 जनवरी की कार्रवाई से पहले, केंद्रीय बैंक ने अक्टूबर, 2023 में भुगतान सेवाओं के लिए शामिल लाभार्थियों की पहचान करने में विफल रहने के लिए पेटीएम पेमेंट्स बैंक पर 5.39 करोड़ रुपए की राशि का जुर्माना लगाया था.

ICICI पर जुर्माना

एसबीआई, बैंक ऑफ इंडिया, केनरा बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, एक्सिस बैंक, इंडियन ओवरसीज बैंक, मण्‍णपुरम फाइनेंस और इंडियन बैंक पर साल के दौरान दो बार जुर्माना लगाया गया। ₹12.19 करोड़ का सबसे बड़ा जुर्माना ICICI बैंक पर लगाया गया था.

Published - April 2, 2024, 12:30 IST