नई दिल्ली नगरपालिका परिषद (NDMC) ने बुधवार को वर्ष 2024-25 के लिए 240.2 करोड़ रुपए का अनुमानित बजट सरप्लस और 5,069.6 करोड़ रुपए का राजस्व पेश किया है. इसमें प्रॉपर्टी टैक्स की दरें नहीं बढ़ाए जाने की बात कही गई है. साथ ही कर सुधार के लिए संपत्तियों की जियो टैगिंग की जाएगी. इससे करदाताओं की पहचान में आसानी होगी.
परिषद के अध्यक्ष अमित यादव ने कहा कि एनडीएमसी का लक्ष्य प्रॉपर्टी टैक्स के माध्यम से राजस्व संग्रह को बढ़ावा देना है, जिसका लक्ष्य वित्त वर्ष 2024-25 में 1,150 करोड़ रुपए की अनुमानित राशि है. प्रस्तावित आंकड़े के अनुसार वर्ष 2024-25 के लिए लाइसेंस शुल्क से अनुमानित राजस्व संग्रह 825.11 करोड़ रुपए है. अगले साल से जियो-टैगिंग की जाएगी. ट्रैकिंग के लिए मोबाइल ऐप या एनडीएमसी वेबसाइट के जरिए करदाताओं की संपत्तियों की तस्वीरें अपलोड करना अनिवार्य होगा.
ई-चार्जिंग व्यवस्था का होगा विस्तार
वायु प्रदूषण से निपटने के लिए ई-चार्जिंग व्यवस्था का विस्तार किया जाएगा. साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों की ओर धीरे-धीरे रुख करने के लिए एक नीति शुरू करने की घोषणा की गई. इसके अलावा एनडीएमसी का इरादा हरित बांड को अपनाने का है. इस प्रक्रिया की शुरुआत में मर्चेंट बैंकरों की पहचान शामिल की जाएगी.
रोड पर लगेंगे ट्यूलिप बल्ब
शहर को देखने में सुंदर बनाने के लिए आगामी सर्दियों के मौसम के लिए दो लाख ट्यूलिप बल्ब खरीदे गए हैं. परिषद अध्यक्ष ने बताया कि मेक इन इंडिया योजाना को बढ़ावा देने के लिए घरेलू स्तर पर इन बल्बों को खरीदा गया है. इससे लोकल उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा. साथ ही इससे आयात पर निर्भरता भी कम होगी.