Apple अपने iPhone के कैमरा मॉड्यूल के छोटे हिस्से बनाने और इसके प्रोडक्शन के लिए मुरुगप्पा समूह और टाटा समूह की टाइटन कंपनी के साथ अंतिम बातचीत कर रही है. बातचीत फाइनल होती है तो एप्पल में भारतीय सप्लायर्स का एक बड़ा नेटवर्क तैयार हो सकता है क्योंकि एप्पल अपना ज्यादातर परिचालन चीन से करती है.
लग सकता है 5-6 महीने का समय
एप्पल के कई मॉडल भारत में असेंबल किए जाते हैं. Apple के पास कैमरा मॉड्यूल के लिए भारतीय सप्लायर नहीं हैं. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक एप्पल को यह तय करने में शायद 5 से 6 महीने लगेंगे कि वो टाइटन या मुरुगप्पा समूह में से किस भागीदार के साथ जाएगा. टाइटन अपनी घड़ियों और आभूषणों के लिए सटीक हिस्से बनाने में माहिर है. जबकि चेन्नई में स्थित मुरुगप्पा समूह का काम इंजीनियरिंग, वित्तीय सेवाओं और रसायन जैसे क्षेत्रों में फैला हुआ है.
भारत से सप्लाई बढ़ाना चाहती है एप्पल
इस महीने की शुरुआत में एक रिपोर्ट में कहा गया था कि एप्पल अपनी सप्लाई चेन का कम से कम आधा हिस्सा भारत में ट्रांसफर करना चाहती है. अगले तीन वर्षों में यह भारत से सप्लाई 50% तक बढ़ाना चाहती है. इस मामले पर Apple, मुरुगप्पा ग्रुप और टाइटन की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.
लोकल सप्लायर्स की तरफ रुख
एप्पल उन प्रोडक्ट्स को तेजी से लोकल सप्लायर्स से लेने की तरफ रुख कर रही है जिन्हें उसे अपने वर्तमान सप्लायर से लेने में मुश्किल हो रही है. एप्पल टाइटन और मुरुगप्पा से बात करके भारत में एक मजबूत आधार बनाने की कोशिश कर रही है क्योंकि दोनों कंपनियां वास्तव में सटीक सामान बनाने में अच्छी हैं.