दिवालिया एयरलाइन गो फर्स्ट को खरीदने में जिंदल स्टील एंड पावर के प्रमोटर नवीन जिंदल ने दिलचस्पी दिखाई है. इसके लिए जिंदल पॉवर की ओर से रुचि की अभिव्यक्ति (EOI) दाखिल की गई है. हालांकि यह अभी साफ नहीं कि जिंदल एयरलाइन का पूर्ण अधिग्रहण करना चाहता है या रणनीतिक निवेशक के रूप में जुड़ना चाहता है. बता दें गो फर्स्ट के पास लेनदारों से 20,000 करोड़ से अधिक का बकाया है. वाडिया परिवार के स्वामित्व वाली गो फर्स्ट भारत की पहली वाणिज्यिक वाहक है जिसने खुद से दिवालियापन संरक्षण की मांग की है.
अधिकारियों ने कहा कि एयरलाइन के लिए दो अन्य बोली लगाने वाले थी शामिल हुए थे, लेकिन वे लेनदारों की ओर से निर्धारित पात्रता मानदंडों को पूरा नहीं करते थे. सरकार कानूनी इकोसिस्टम और नियामक एयरलाइन को बचाने के लिए कानूनी पहलुओं पर तेजी से आगे बढ़ रही है. हर हितधारक यह चाहता है कि एयरलाइन फिर से उड़ान भरे.
बता दें पिछले तीन वर्षों में जिंदल ने समूह की सूचीबद्ध कंपनी, जिंदल स्टील एंड पावर से ओमान स्थित जिंदल शदीद आयरन एंड स्टील और जिंदल पावर का अधिग्रहण किया है. साल 2021 में, उन्होंने ब्राजीलियाई खनिक वेले से मोज़ाम्बिक में मोआटाइज़ कोयला खदान का अधिग्रहण किया था. सूत्रों के अनुसार इसके अलावा जिंदल नवीकरणीय ऊर्जा में भी उतरने पर काम कर रहा है.